ऐकडमी का अनूकूलित रूप संस्था जिसका उद्देश्य साहित्य, विज्ञान, कला आदि का प्रचार-प्रसार और विकास करना हो। जैसे : साहित्य अकादमी, संगीत नाटक अकादमी।
अकाम
जिसके लिए कोई लालसा या इच्छा नही हो; कामनारहित, इच्छारहित उदासीन, निष्काम। क्रि. वि. बिना काम के, निष्प्रयोजन, व्यर्थ, योंही।
अकारण
बिना किसी कारण के; व्यर्थ, यों ही; संयोगवश बिना किसी मतलब के; बेमतलब। उदा. अकारण ही मेरे पीछे पड़ा हुआ है। वि. हेतु या कारणरहित, आपसे आप होने वाला। निराधार। जैसे : अकारण हड़ताल।
अकारांत-
1. जिसका अंतिम वर्ण 'अ' हो। 2. जिसके अंतिम वर्ण में 'अ' स्वर उच्चरित हो, यथा-'राम', 'कमल', 'बालक' आदि। टि. उपर्युक्त शब्दों के संस्कृत लेखन और उच्चरण में-अर्थात दोनों ही रूपों में 'अ' है; जबकि हिंदी में ये शब्द केवल लेखन के स्तर पर ही अकारांत (स्वरांत) हैं। उच्चारण के स्तर पर ये सभी व्यंजनांत् ही हैं।
अकारादि क्रम
शा.अर्थ 'अकार' जिसके आदि में हो वह क्रम अर्थात देवनागरी वर्णमाला के अनुसार 'अ' से प्रारंभ होकर 'ह' तक के वर्णों का क्रम, शब्द-क्रम। यही क्रम शब्दकोशों में मिलता है। alphabetical order
अकार्बनिक
कार्बन के जटिल यौगिकों को छोडक़र अन्य सभी तत्वों के यौगिकों से संबंधित, कार्बनिक से भिन्न, जैसे : अकार्बनिक रसायन।
अकाल
1. ऐसा समय जो सामान्य समय जैसा न हो; वह वर्ष या समय जब अन्न न मिलता या पैदा न हुआ हो। दुर्भिक्ष- जैसे : आजकल अकाल की स्थिति है। 2. कालातीत, काल के परे, जो कभी मिटता या नष्ट न होता हो। जैसे : अकाल पुरुष। 3. असामयिक, जैसे : अकाल मृत्यु।
अकाल मृत्यु
नियत समय से पहले या कम आयु में मृत्यु। पर्या. असामयिक मृत्यु। तु. आकस्मिक मृत्यु।
अकालवृष्टि
यथासमय से पहले या बाद में होने वाली वर्षा, जो हानिकारक होती है, या जिसका कोई लाभ नहीं होता है।
अकिंचन
शा.अर्थ जिसे जीवन निर्वाह के लिए अनिवार्य आवश्यकताएँ (जैसे : रोटी, कपड़ा, मकान) भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न हो। जिसके पास कुछ भी न हो अर्थात बहुत ही गरीब, अत्यंत दीन; निर्धन, दरिद्र, बहुत ही मामूली या बहुत साधारण।