[फार.] 1. किसी आकस्मिक या अद् भुत को देखकर या बात सुनकर स्तब्ध रह जाता (दंग रह जाना)। 2. आश्चर्यचकित, विस्मित। 2. गणेशजी की मूर्ति को दूध पीता देखकर हम दंग रह गए।
दंगई
1. दंगा करने वाला, उपद्रवी, झगड़ालू। 2. प्रचंड, उग्र। 3. हिंसक प्रवृत्ति वाला वह व्यक्ति जो सामूहिक हिंसा के लिए प्रोत्साहित करता हो। उदा. पुलिस ने आज एक दंगई को हिरासत में ले लिया।
दंगाई/दंगई
दंगा करने वालों का झुंड।
दंगल पुं
1. पहलवानों की कुश्ती-प्रतियोगिता। 2. अखाड़ा, मल्लयुद् ध का स्थान। उदा. कल होने वाले दंगल में भारत के कई नामी पहलवानों की कुश्तियाँ होंगी।
दंगा
1. बहुत से लोगों द्वारा किसी विवादित विषय को लेकर मचाया गया उत्पाद या तोडफ़ोड़, मारपीट, हिंसा, आदि में बदल जाए। निकटतम पर्या. उपद्रव करना।
दंडनीति
1. अपराधियों, राष्ट्रद्रोहियों या शत्रुओं को दंड विधान के द्वारा नियंत्रित करने की शासकीय नीति व्यवस्था। 2. प्राचीन भारत में शासन, न्याय व्यवस्था व राजनीति विषयक विद्या। इसका अंतर्भाव अर्थशास्त्र के अंतर्गत होता था। उदा. राजा द्वारा दंडनीति के पालन से ही राज्य में शांति व स्थिरता रहती है। 3. राजधर्म के चार साधनों में से एक साम, दाम, दंड और भेद ये चार साधन माने गए हैं।
दंडनीय
1. (वह व्यक्ति या अपराधी) जो दंड देने के योग्य हो। 2. (वह कार्य) जो शासन की दृष्टि से अनुचित हो और उसे करने पर दंड मिले। जैसे: दहेज-उत्पीड़न एक दंडनीय अपराध है।
दंड
1. लकड़ी बाँस आदि का छोटा या बड़ा डंडा, लाठी, सोंटा। जैसे: बूढ़े का डंडा, धवज दड, संन्यासी का दंड आदि। 2. किसी अनुचित कार्य का अपराध के बदले में दी जानेवाली सजा (पिटाई, शारीरिक दंड, जुर्माना, आर्थिक दंड)।
दंड बैठक
(दंड बैठक तद् > विष्टत्.) हाथ-पैरों का एक प्रकार का शारीरिक व्यायाम जिसमें व्यक्ति एक निश्चित संख्या में बार-बार बैठता और खड़ा होता है। जैसे: वह व्यक्ति प्रतिदिन सुबह सौ दंडबैठक लगाता है।