पद्य रचना के विविध प्रकार जिनसे वे पद् य गेय हो जाते हैं। टि. वर्णों एवं मात्राओं की संख्या के आधार पर छंदों की संख्या बहुत अधिक है। छंदशास्त्र (छंद:शास्त्र) को वेदांग माना गया है।
छंदशास्त्र
वह शास्त्र जो काव्य में प्रयुक्त छंदों के लक्षणों, नियमों और सिद् धांतों का विवेचन करता है।
छँटना अ.क्रि.
1.कटना या छिन्न-भिन्न होकर नष्ट हो जाना। जैसे: बादल छँट गए हैं। 2. चुन लिया जाना। जैसे : छँटे हुए फल टोकरी में रख दो। 3. साफ़ होना। जैसे : चावल छँटे हुए हैं। (साफ़ किए हुए हैं) 4. मोटापा कम होना। जैसे : शरीर कुछ छँट गया है। मुहा. छँटा हुआ=धूर्त, चतुर बदमाश, शातिर।
छँटनी
[छाँटन+ई] प्राय. 1. छाँटने की क्रिया का भाव, छँटाई। उदा. घर के सारे वस्त्रों में से पुराने वस्त्रों की छँटनी कर दी। 2. किसी संस्था/विभाग/कंपनी आदि में से कुछ कार्यकर्ताओं को निकाले जाने या हटाए जाने का काम। उदा. एयर इंडिया के लगभग सौ कर्मचारियों की छँटनी कर दी गई।
छँटा
राशि (ढेर) में से छाँट कर निकाली गई चीज। वह इस क्षेत्र का छँटा बदमाश है।
छकना
जी भरकर खाना; खाकर तृप्त हो जाना। 2. नशे में चूर होना। अ.क्रि. (चक्रण) 1. चकराना, परेशान होना। 2. धोखा खाना, मूर्ख बन जाना।
छकाना स. क्रि.
1. खिलाकर पूरी तरह संतुष्ट करना। जैसे: 1. भोजन छकाना। 2. परास्त करना, इतना परेशान करना कि वह व्यक्ति थककर चूर हो जाए। छका मारना, छका डालना।
छछूँदर
चूहे की जाति का दुर्गंध फैलाने वाला एक जंतु जो 'चिलिक चिलिक' जैसी आवाज करता है।उदा. छछूँदर की गति दुविधा की स्थिति में होना। टि. कहते हैं कि साँप छछूँदर को चूहा समझकर जब पकड़ लेता है तो उसके लिए छछूँदर को न निगलते बनता है और न छोड़ते बनता है 'निगले अंधा उगले कोढ़ी।'
छज्जा
दीवार से बाहर निकला हुआ छत का हिस्सा। 1. ढलवाँ छज्जा वर्षा के पानी से निचले भाग की रक्षा करता है और पानी को नीचे दूर बहा देता है; cornice समतल छज्जा धूप और पानी से रक्षा करने के साथ-साथ खड़े होने और सामान रखने के काम भी आता है। balconi