शा.अर्थ जिसका क्षय न हुआ हो; सदा एक समान बना रहने वाला; अविनाशी।
अक्षय पात्र
ऐसा पात्र जिसमें पकाई गई भोजन सामग्री कभी समाप्त नहीं होती। टि. वनवास के समय द्रौपदी को सूर्यदेव से अक्षयपात्र मिला था। जब तक द्रौपदी भोजन नहीं कर लेती थीं, तब तक उसमें से भोजन समाप्त नहीं होता था।
अक्षर
शा.अर्थ जिसका क्षरण यानी नाश न हो। भाषा. 1. वह ध्वनि या ध्वनि समूह जिसका उच्चारण एक साँस में होता है, अक्षरी जैसे : मैं, हाँ, आप। 2. वर्णमाला का कोई स्वर या व्यंजन वर्ण letter, phabet 3. अविनाशी परमात्मा, आत्मा, ब्रह् म, नित्य, स्थिर।
अक्षर क्रम
वर्णमालाओं के अक्षरों (वर्णों) का परंपरागत पूर्व-निर्धारित क्रम। जैसे : देवनागरी वर्णमाला में अ से ह तक। रोमन में a से z तक। अरबी में अलिफ से हे तक। aliphabatical order शब्दकोश को देखने के लिए अक्षर-क्रम जानना जरूरी है।
अक्षरमाला
अक्षरों की माला; सभी वर्णों की क्रमबद्ध सूची। वर्णमाला
अक्षरश:
शस् (वीप्सा वाले अर्थ में) एक-एक अक्षर करके; ज्यों का त्यों, पूर्णत:। उदा. आपका कथन अक्षरश: सत्य है।
अक्षरारंभ
विद्यारंभ की वह पहली अवस्था जब शिशु का हाथ पकडक़र उसे पट्टी पर अक्षरज्ञान कराया जाता है। (पढ़ाना शुरू करना)
अक्षरी
वर्तनी, अक्षरों का क्रमबद्ध रूप में उच्चारण करना या लिखना। उदा. बच्चों को अक्षरी ज्ञान देना जरूरी है।
अक्षरेखा
वह सीधी रेखा जो किसी गोल पदार्थ के केंद्र से दोनों पृष्ठों पर सीधी गिरती है, धुरी की रेखा।
अक्षांश [अक्ष+अंश]
भू. भूमंडल (ग्लोब) के मानचित्र (नक्शे) पर भूमध्य रेखा (विषुवत् वृत्त) को 0o का अंश मानते हुए, उसके उत्तर और दक्षिण में समान कोणीय दूरी पर खिंची हुई दिखने वाली (पर वस्तुत: काल्पनिक) रेखाएँ। latitutes