जड़ाऊ काम, सजावट का काम
किसी एक पदार्थ, धातु या वस्तु से, उसका कुछ अंश काट अथवा लेकर दूसरे की सतह पर, अलंकरण के लिए की गई नक्काशी या जड़ाऊ काम।
Aquatic Civilization
जलीय सभ्यता
अफ्रीका के दक्षिण सहारा और सहेल के मध्यवर्ती क्षेत्र मे ई. पू. आठवीं एवं तीसरी सहस्राब्दि के बीच विशाल तालों और नदी-तटों पर विकसित सभ्यता। इस सभ्यता की प्रमुख वस्तुएँ अस्थि निर्मित कांटेदार भाले, स्थानीय परंपरा-उपकरण तथा लहरियादार समानांतर रेखाओं से अलंकृत मृद्भांड हैं। इस सभ्यता को 'मध्य अफ्रीका की जलीय सभ्यता' भी कहा जाता है, जिसकी प्रमुख विशेषता स्थायी जनजीवन और कृषि पर आधारित प्रर्थव्यवस्था थी।
arabesque
बेलबूटाकारी
शाब्दिक अर्थ-अरबी चित्रालंकरण; बेलबूटे तथा पत्तियों के चित्रण द्वारा किया सजावट का काम।
यूरोपीय भाषाओं में, बेलबूटाकारी से तात्पर्य, निम्नोद्भूत प्रणाली के अन्तर्गत भित्ति या धरातल के अलंकरण की उस रीति से होता है, जिसमें सजावट के लिए वृक्ष की डालों, फल-पत्तियों, लता-पत्रादि तथा ज्यामितिक रेखाओं अदि को अंतग्रंर्थित कर सुंदरता से बनाया जाता है। इसके अतिरिक्त इस प्रकार के चित्रण मेंयदा-कदा मानवाकृतियों तथा अन्य जीव-जन्तुओं की आकृतियों को भी चित्रित किया जाता है।
arbitrary level system
यथेच्छ स्तर-पद्धति
उत्खनन की वह प्रणाली, जिसके अंतर्गत निश्चित गहराई तक, पूर्व निर्धारित स्तरों का व्यवस्थित उत्खनन किया जाता है। उत्खनन के उपरांत अनपक्रम के अनुसार इनका तिथ्याँ कन किया जाता है। विशेष परिस्थितियों को अपवाद मानते हुए, इस पद्धति का प्रयोग अब वांछनीय नही रह गाया है, क्योंकि यह वैज्ञानिक दृष्टि से अनुपयुक्त है।
archaeological salvage
पुरातात्विक उद्धार, पुरा जीर्णोद्धार
किसी ऐतिहासिक मह्व के प्राचीन स्थल, स्मारक या कलाकृति इत्यादि को विनाश होने या पूर्ण विध्वंस से बचाने के लिए किया गया कार्य। इस प्रकार का कार्य आंध्र प्रदेश के नागर्जुन-कोंडा नामक स्थान में किया गया है।
archaelogist
पुरातत्वज्ञ, पुरातत्वविद्(1) पुराविद्या का व्यवस्थित अध्ययनकर्ता, पुरातत्व शास्त्रवेत्ता।
(2) प्राचीन वस्तुओं-विशेषतया प्रागैतिहासिक अवशेषों, उपकरणों, जीवाश्मों, स्मारकों आदि का अनुसंधाता, तद्विषयक अध्ययन, अनुमान और अनुसंधान विषयक प्रविधि का विशेषज्ञ।
archaeology
पुरातत्व
वह विद्या, जिसके अन्तर्गत प्राचीन अवशेषों के अध्ययन के आधार पर पूर्वकाल की स्थिति या व्यवस्था का अनुमान, अध्ययन और अनुसंधान किया जाता है। पुरातत्व की प्रायोगिक प्रविधि द्वारा विलुप्त, विच्छिन्न एवं उलझी हुई ऐतिहासिक कड़ियों को खोजा, संयुक्त किया और सुलझाया जाता है। पृथ्वी की विभिन्न परतों या तहों में प्रापत ध्वंसावशेषों, कंकालों, जीवाश्मों, उपकरणों, स्मारकों, पुरालेखों, सिक्कों आदि का वैज्ञानिक रीति से अध्ययन और अनुसंधान कर, पुरातत्वशास्त्र लुप्त इतिहास का विनिर्माण करता है। जब से मानव ने, पृथ्वी पर अपने क्रिया-कलापों के जो अवशेष छोड़े हैं, उनके आधार पर, पुरातत्वशास्त्र द्वारा विलुप्त और विच्छिन्न इतिहास की खोज और रचना की जाती है।
archaeomagnetism
पुराचुंबकत्व
प्राचीन वस्तुओं को तपाकर उनकी चुंबकीय क्षमता से तिथि निर्धारण करने की प्रक्रिया में, विकसित पुराचुंबकत्व का महत्वपूर्ण स्थान है। इस पद्धति का आधार पकी मिट्टी की सामग्री में विद्यमान लौह आक्साइड का चुंबकत्व होता है, जो उस सामग्री को तपाए जाने पर ज्ञात किया जाता है। प्रोटोन चुंबकत्वमापी के आविष्कार से अब पुरातात्विक निक्षेपों और स्थलों का अन्वेषण, स्थान और तिथि-निर्धारण संभव हो सका है।
archaic maiolica
पुरातन मैओलिका
ई. तेरहवीं से ई. सोलहवीं शताब्दी के मध्य टस्कन और उत्तरी इटली में निर्मित विशेष प्रकार के मृद्भांड जिन पर हरी अथवा भूरी पृष्ठभूमि पर भूरे रंग के पर्णाकार तथा अन्य प्रकार के अलंकरण प्राप्त होते हैं। इन मृद्भांडों में जग और कटोरे विशेष उल्लेखनीय हैं। इन भांडों का निर्यात स्पेन, उत्तरी अफ्रीका और उत्तरी यूरोपीय देशों को होता था। इनकी उत्पत्ति के विषय में विद्वानों में मतभेद है।
Archaic period
आदिकाल, पुरातन काल
सभ्यता की प्रारंभिक प्रावस्था के विकास का युग। विशिष्टतः मिस्र के संदर्भ में, प्रथम दो राजवंशों का वह काल (लगभग ई. पू. 3200-ई. पू. 2800) जिसमें देश का एकीकरण ही नहीं हुआ, वरन् सांस्कृतिक उत्थान भी हुआ। यूनान में, इस युग को सभ्यता का अभ्युदय काल कहा गया, जो लगभग ई. पू. आठवीं से ई. पू. छठी तक रहा। अमरीकी लोग इस काल को विकास की प्रावस्था मानते हैं। इस शब्द का प्रयोग पूर्वी-उत्तरी अमरीकी जंगली (वुडलैंड) संस्कृति (लगभग ई. पू. 8000-ई. पू. 1000) के लिए भी किया गया और उत्खनन में प्राप्त, प्राचीन सभ्यता और प्रागैतिहासिक युग के संदर्भ में भी यह शब्द प्रयुक्त होता है।