जिंजैथ्रोपस (= आस्ट्रेलोपिथेकस बीजी)
ओल्डावाई के प्रथम सतह (Bed I) में प्राप्त आस्ट्रेलोपिथेकस वंश की एक जाति का प्राचीन नाम। इस मानव के जबड़े बड़े विशाल थे परन्तु इनकी लंबाई मात्र 1.20 मीटर तथा वजन 50 पौंड होता था। ठोड़ी विहीन इन मानवों के मस्तक ढालूदार, भौंह-आस्थियाँ उमड़ी हुई तथा मस्तिष्क छोटा होता था जिसकी करोटि धारिता वानर जाति की ही तरह लगभग 400-600cc होती थी। ओल्डवाई से प्राप्त प्रमाणों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि ये गुटिकाश्मों से सरल एवं साधारण उपकरण बनाना जानते थे। पोटेशियम आरगन विधि द्वारा ओल्डवाई गार्ज में प्राप्त जीवाश्म की तिथि लगभग दस लाख पचहत्तर हजार वर्ष पूर्व आँकी गई है। अन्य स्थलों से प्राप्त इस प्रकार के जीवाश्मों की तिथियाँ लगभग 21 लाख से 11 लाख वर्ष पूर्व बताई जाती हैं।
मानव सभ्यता के प्रारंभ के प्राप्त प्रामाणित साक्ष्य इन्हीं मानवों से संबंधित माने जाते हैं।
Zlota pottery
ज्लोटा भांड
नवपाषाण-ताम्रयुगीन दक्षिणी पोलैंड के सेंडोमार्यज़ (Sandomierz) नामक स्थान में स्थित ज्लोटा नामक स्थल के मृद्भांड। उत्खनित शवाधानों में अनेक प्रकार के मिट्टी के बर्तन मिले हैं जिनमें रज्जु अलंकरण भी अंकित हैं। इन मृद्भांडों से यह पता चलता है कि बाडेन संस्कृति से इनका संपर्क होगा।