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Definitional Dictionary of Archaeology (English-Hindi)
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mace
गदा एक प्रकार का प्राचीन भारतीय अस्त्र, जिसका दंड लंबा तथा ऊपरी सिरा अधिकतर गोलाकार और भारी होता था।

mace-head
गदाशीर्ष प्रागैतिहासिक पाषाण उपकरण, जो बहुधा वृत्ताकार बना होता था और संभवतः जिसके मध्य में बने एक छिद्र में लकड़ी का दस्ता या मूँठ फंसाया जाता था। कुछ प्राचीन गदाशीर्षों पर पालिश किए जाने के भी प्रमाण मिले हैं। प्राप्त गदाशीर्ष नाशपाती, बिंब, तारक और अंडे जैसी आकृति वाले हैं। भारत में परवर्ती मध्य पाषाणकालीन तथा नवपाषाणकालीन संदर्भों में अनेक ऐसे गदाशीर्ष प्राप्त हुए हैं जिनके दोनों तल चपटे हैं। इनके प्रयोग के संबंध में विवाद है।

macellum
मंडी प्राचीन रोमन सभ्यता के नगरों का वह भाग जहाँ पर खाद्यान्न विशेषकर मांस का विशाल बाज़ार होता था। सम्राट नीरो ने रोमन नगर में एक विशाल दो मंजिली मंडी भवन (मेसिलम मेगनम) का निर्माण करवाया था।

Magdalenian art
मग्दालीनी कला उच्च पूर्व पाषाणकालीन संस्कृति के अंतर्गत वह कला, जिसका मग्दाली नाम फ्रांस के 'ला माद लेन' (La Magde-leine) स्थान के नाम पर पड़ा। मग्दालीनी गुहा कला के सर्वोत्कृष्ट नमूने अल्तामिरा (Altamira) में मिले हैं। इसके अतिरिक्त चित्रकला के नमूने फ्रांस के लास्का (Laseaux) तथा फों-द-गोम (Font-de-Gaume) से भी मिले हैं। इनमें अधिकांश पशु-आकृतियाँ हैं, जिन्हे एक अथवा एकाधिक रंगों से चित्रित किया गया था। इस कला के दो प्रमुख रूप गुहाचित्रकला एवं सुवाह्य कला (mobiliary art) हैं। सुवाह्य कला के अंतर्गत अस्थि, हाथीदाँत, शृंग तथा पत्थर की तराशी गई लघु कलाकृतियों तथा अलंकृत अस्त्र, उपकरण और आभूषण आते हैं।

Magdalenian culture
मग्दालीनी संस्कृति उच्च पूर्व पाषाणकालीन वह संस्कृति, जिसका नामकरण फ्रांस के दोरदोन (Dordogne) क्षेत्र के लामाद लेन नामक स्थान पर पड़ा। इस संस्कृति को छह चरणों में विभाजित किया जाता है। प्राप्त उपकरणों से ज्ञात होता है कि ये लोग मछली पकड़ने और रेंडियर का शिकार कर अपना जीवन-निर्वाह करते थे। ये रेंडियर शृंग से हारपून, बल्लम भाले इत्यादि बनाते थे। इनके विशिष्ट पाषाण उपकरण तक्षणी (ब्यूरिन), अंतखुरचनी आदि हैं। तक्षणी से शृंग तथा अस्थियों को तराशते थे। इस संस्कृति के गुफा चित्रों के अवशेष, अल्तामीरा (Altamira), लास्का (Laseaux) एवं फों-द-गोम (Font-de-Gaume) में मिले हैं। फ्रांस और स्पेन के समीपस्थ भागों के अतिरिक्त इस संस्कृति के अवशेष ब्रिटेन, जर्मनी, चैकोस्लोवाकिया, पोलैंड आदि में मिले हैं। रेडियो कार्बन तिथिक्रम के अनुसार इस संस्कृति का काल ई. पू. 16000 से ई. पू. 10000 तक माना गया है।

maggot decoration
कीट अलंकरण मेगोट कीड़े की चित्राकृति या प्रतिकृति से युक्त अलंकरण।

Maglemosian culture
मेग्लेमोसाई संस्कृति उत्तर यूरोपीय क्षेत्र की प्रथम मध्य पाषाणकालीन संस्कृति। इसका काल ई. पू. 7000 और ई. पू. 5000 माना जाता है। यह संस्कृति निचले क्षेत्रों और कभी-कभी दलदली भूमि, छोटे द्वीपों, तालों तथा नदी तटवर्ती क्षेत्रों में मिलती है। इस संस्कृति के प्रमुख स्थल इंग्लैंड में स्टारकार (Star care) और जर्मन में डुवेनन्जे (Duvensce) तथा हालैंड में पैस्से (pesse) हैं। इस संस्कृति से संबद्ध प्रमुख उपकरणों तथा वस्तुओं में लघु पाषाण उपकरण, फलकीत कुठार, बसूला, हड्डी के भालाग्र, लकड़ी के धनुष, पतवार तथा खात डोंगी आदि हैं। मछली पकड़ना तथा शिकार करना, इस संस्कृति के लोगों का प्रमुख व्यवसाय था। ये लोग लघु वस्तुओं पर ज्यामितिक नमूने बनाते थे। प्राप्त अवशेषों में ब्यूरिन, क्षुरक (scraper) आदि प्रमुख हैं। जंगलों को काटने के लिए भारी उपकरण जैसे चकमक-कुठार, बसूला, क्रोड, तक्षणी आदि भी प्राप्त हुए हैं। इस संस्कृति के निर्माता प्राचीनतम नाविकों में से थे तथा इन्होंने कुत्ते को पालना प्रारंभ किया। डोंगी (Canoe) के अवशेष पैस्से तथा पालतू कुत्ते के अस्थि अवशेष स्टार कार से मिले हैं।

magnetic surveying
चुंबकीय सर्वेक्षण भूभौतिकी सर्वेक्षण की एक प्रचलित प्रविधि। इस प्रविधि में चुंबकत्वमापी यंत्र (magnetometer) की सहायता से पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का बल मापन किया जाता है। निर्धारित स्थल में अनेक जालक (ग्रिड) बनाकर भूमि के समचुंबकीय चार्ट (isomagnetic chart) बनाए जाते हैं। भूगर्भित पुरावशेषों एवं संरचनाओं का पूर्वानुमान इस सर्वेक्षण प्रविधि से किया जाता है।

Magnetometer
चुंबकत्वमापी यंत्र भूमि के चुंबकीय बल को मापने का यंत्र। दो प्रकार के चुंबकत्वमापी यंत्र- प्रोटोन मेग्निटोमीटर तथा फलक्सगेट मेग्निटोमीटर- आजकल प्रचलित हैं।

Magosian
मेगोसी पाषाणकालीन वह संस्कृति, जिसके अवशेष पूर्वी अफ्रीका के क्षेत्रों में मिले हैं। यह संस्कृति दक्षिणी अफ्रीका में भी मिलती हैं। इस संस्कृति का काल लगभग ई. पू. 10,000-ई. पू. 6,000 माना जाता है। लघु पाषाण उपकरणों एवं छोटे फलकों के अतिरिक्त इसके प्रमुख उपकरण त्रिकोण पर्णाकार और समचतुर्भुजाकार नोक (point) वाले हैं। इन उपकरणों के एक या दोनों ओर काफी बारीकी से काम किया गया है।


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