काबीरी
यूनान के विशेष देवताओं का समूह, जो प्रकृति की परोपकारी शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते थे और जिनकी आराधान इम्ब्रोस, लेम्नोस तथा सेमोथ्रेस द्वीपों में की जाती थी। सेमोथ्रेस के काबीरी को, मेसिदोनी तथा रोमन काल में विशेष महत्ता प्राप्त थी। इस देवसमूह के विस्मयकारी चमत्कार प्रायः चर्चा के विषय होते थे। यह धारणा थी कि ये समुद्री आपदा और दुर्घटना से लोगों की रक्षा करते थे।
caduceus
सर्पदंड
जर्मन तथा रोमन पुरातत्व के अंतर्गत विशेषकर हरमिज या मरकरी का दंड। यह दंड मूलतः जैतून की लकड़ी पर मालांकित लांछन से युक्त होता था। बाद में, माला के स्थान पर दो कुंडलित सर्पों को उस पर अंकित किया जाने लगा। हिंद-यूनानी तथा अन्य प्राचीन भारतीय सिक्कों और मुहरों में यह चिह्न मिलता है।
cainozoic (=cenozoic)
नूतन जीवयुग
भूवैज्ञानिक इतिहास की विशेष कालावधि या तत्संबंधित युग, जिसके अंतर्गत तृतीयक काल से लेकर वर्तमान काल तक का समय अन्तर्निहित है। नूतन जीवयुग में, स्तनपायी प्राणियों, पक्षियों तथा वनस्पतियों का द्रुतगति से विकास हुआ, पर अकशेरूकी प्राणीयों में बहुत कम परिवर्तन हुए। यही कारण है कि इस युग को वनस्पति-जीवन और स्तनपायी-जीवन का वह युग कहा जाता है. जिसमें नूतन जीवयुग का आरंभ स्तनपायी पशु-जीवन से मानव के विकास युग तक हुआ। इस काल का आरंभ 8 करोड़ वर्ष पूर्व माना जाता है।
cairn
टीला, संगोरा, शिलाकूट
किसी विशिष्ट घटना या मृतक विशेष की यादगार के लिए बनाया गया स्मारक। पत्थर-चूने आदि की सहायता से बनाई गई चौकोर या गोलाकार पत्थरों की ढेरी।
cairn circle
संगोरा वृत्त, शिलाकूट-वृत्त, शिला-वृत्त
शवाधान के चारों ओर बनी प्रस्तर की परिधि-रेखा। प्रागैतिहासिक कब्रों में इस प्रकार के पत्थरों का बाड़ा मिला है, जिसे 'प्रस्तर-संग्रह वृत्त' या 'निड़े-कल तेड्डि वृत्त' भी कहा जाता है। इस प्रकार के वृत्त में पत्थरों के एक घेरे के अंदर पत्थरों का ढेर होता है, जिसके नीचे एक या अधिक अस्थि कलश भी मिले हैं।
caldarium
हमाम-कक्ष, स्नानागार
प्राचीन रोम में स्नानागारों का वह भीतरी कक्ष, जहाँ गर्म पानी की व्यवस्था रहती थी। आगे चलकर स्नानागारों में तीन कक्ष बनाए जाने लगे, जो स्त्री और पुरुषों के लिए अलग-अलग हुआ करते थे। हमाम-कक्ष में, गर्म पानी से स्नान टब या द्रोणी में किया जाता था।
calendar stone
केलेन्डर पाषाण
एजेटेक सम्राट एक्सेकेटल द्वारा ई. 1479 में स्थापित उत्कीर्ण एकाश्म जिसका भार 20 टन तथा व्यास 4 मीटर था। इसमें एज़टेकी ब्रहमांड की परिकल्पना निहित थी और इस पर उत्कीर्ण प्रतीकों द्वारा कल्प, वर्ष, मास, दिन आदि की गणना की जाती थी।
calendrics
पंचांग-विज्ञान
ज्योतिष विषयक पंचांग, जिसमें नक्षत्रों, ग्रहों, योगों एवं करणों का वैज्ञानिक रीति से ब्यौरेवार अध्ययन एवं निरूपण हो।
callais
हरित पाषाण
अलंकरण के लिए प्रयुक्त हरे रंग का पत्थर। पश्चिमी यूरोप में, उत्तर नवपाषाणकाल से प्रारंभिक कांस्य काल तक इस प्रकार के पत्थर के बने मनके मिले हैं।
calligraphy
सुलिपि, कलालिपि, कलात्मक लिपि
अक्षरों को सुंदर रीति से लिखने की कला। प्राचीन काल में प्रस्तरों, धातुपत्रों, पांडुलिपियों आदि पर चित्ताकर्षक तथा कलात्मक अक्षरों में लिखा या उत्कीर्ण किया जाता था।