भस्मापात्र शव, भस्म-कलश शव
मृत व्यक्ति के दाह-संस्कार के बाद अवशिष्ट भस्मी को सुरक्षित रखने का कलश या पात्र। प्राचीन प्रथाओं के अनुसार, इस कलश को भूमि में गाड़ दिया जाता था। इस प्रकार के कलश स्तूपों और शवाघानों में प्राप्त हुए हैं।
Iberian man
आइबेरियाई मानव
स्पेन के पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी समुद्र तटवर्ती क्षेत्र में रहनेवाले लोग।
Ice age
हिम युग
अत्यन्त नूतन (Pleistocene) युग के लिए एक प्रचलित परन्तु अवैज्ञानिक नाम। अर्थ विस्तार से यह शब्द किसी भी प्रमुख भूतकालीन शीत या हिमनदीय काल के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है।
ichnolite
पदांकित प्रस्तर
अश्मीभूत रूप में मिले पद-चिह्न; प्रस्तरित पद-चिह्न।
icon
प्रतिमा, मूर्ति
किसी देवी-देवता की प्रकल्पित या व्यक्ति की वास्तविक आकृति के अनुरूप बनाई गई मूर्ति। प्रतिमा शब्द का प्रयोग देवी-देवताओं की प्रतिकृतियों के अतिरिक्त महान्-आत्माओं, यशस्वी पुरुषों तथा पूर्वजों की बनी हुई मूर्तियों के लिए किया जाता है। प्रतिमा-निर्माण के माध्यम पत्थर, धातु, मिट्टी, हाथीदाँत, अस्थि इत्यादि हैं।
iconography
प्रतिमाशास्त्र, मूर्तिविद्या
वह शास्त्र जिसमें मूर्ति-निर्माण के विभिन्न पहलुओं का निरूपण होता है। इसका वास्तविक प्रयोजन पूजा है। प्रतिमाशास्त्र की पूर्व पीठिका 'पूजा-परंपरा' में निहित है। प्रतिमाविद्या की सम्यक जानकारी के लिए उसके द्रव्य, लक्षण, भेद तथा विकास के विषय में ज्ञान अपेक्षित है।
iconology
प्रतिमाशास्त्र, प्रतिमाविज्ञान
वह शास्त्र, जिसमें प्रतिमाओं के आकार-प्रकार, लक्षण, निर्माण-विधि, द्रव्य एवं भेद आदि का शास्त्रीय रीति से विवेचन किया गया हो।
देखिए : 'iconography'.
iconometry
प्रतिमामिति, तालमान, प्रतिमा मान-विज्ञान
वह शास्त्र जिसमें प्रतिमा संबंधी, माप, आकार-प्रकार, अंग-उपांगों का निर्धारण होता है। प्राचीन भारतीय शिल्पग्रंथों यथा मानसार, समरांगण-सूत्रधार आदि में इसका विधिवत उल्लेख मिलता है।
iconoplastic art
प्रतिमा-अभिघटन कला, मूर्ति निर्माण कला
वह कला जिसमें प्रतिमा निर्माण सिद्धांतों के क्रियान्वयन का निरूपण हो।
ideogram
भावचित्र
चित्रलिपि के बाद की लेखन-अवस्था, जिसमें भावों और विचारों को चित्रों द्वारा अभिव्यक्त किया जाता था। अनेकानेक भावचित्रों के प्रयोग से, चिह्नों की संख्याओं में निरंतर वृद्धि होती गई। चित्रलिपि में चित्र वस्तुओं को व्यक्त करते हैं, पर भाव-लिपि के अंतर्गत ये चित्र स्थूल वस्तुओं के अलावा भावों को भी व्यक्त करते हैं। उदाहरणार्थ, चित्र लिपि में सूर्य के लिए वृत्त बनाते हैं, पर भाव-लिपि में यह वृत्त सूर्य के अतिरिक्त अन्य संबद्ध भावों को भी व्यक्त करता है। चीनी भाषा भाव-लिपि में लिखी जाती है। भावचित्र वह एकमात्र लिखित प्रतीक है, जो संपूर्ण संकल्पना के अर्थ को स्पष्ट करता है।