(फा.रवान:) 1. जो अपने स्थान से अन्यत्र स्थान के लिए निकल पड़ा हो, 2. अन्यत्र भेजा हुआ (व्यक्ति अथवा वस्तु इत्यादि) प्रयो. सीमा की ओर रवाना हुए सैनिक पहुँच गए।
रवि
सूर्य, दिवाकर, आदित्य। रविवार-सप्ताह का प्रथम दिन (ज्योतिष गणना की दृष्टि से) आधुनिक प्रयोग में सप्ताह का आखिरी दिन।
रवैया
एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से व्यवहार या सुलूक, ढंग, तरीका, रीति।
रश्क
ईर्ष्या का भाव, ईर्ष्या का वह प्रकार जिसमें किसी को हानि पहुँचाये बिना ही उसके समान बनने की भावना होती है। जैसे: उसकी समृद्धि देखकर उसके मित्र को भी वैसा बनने का रश्क है।
रश्मि
1. प्रकाश की किरण। प्रयो. सूर्य रश्मियों से कमलों की शोभा दर्शनीय थी। 2. घोड़े की लगाम, बागडोर।
रस
1. किसी पदार्थ का सारभाग/सार तत् त्व। तरल पदार्थ, द्रव। 2. जल। 3. पत्तों, फूलों, फलों आदि को काट कर कूटने या किसी यंत्र आदि में मसलने, पीसने आदि से प्राप्त द्रव। जैसे: अंगूर का रस, अनार का रस, गन्ने का रस आदि। 4. साहित्य के नौ-रस श्रृंगार, करूण, हास्य, वीर, रौद्र, भयानक, अद्भुत, वीभत्स और शांत रस। 5. आनन्द-परमात्मा 'रस' स्वरूप है।
रसगुल्ला
छेने से तैयार की जाने वाली गोलाकार एक प्रकार की बंगाली मिठाई। उदा. उसके जन्मदिन में बच्चों को रसगुल्ले खिलाए गए।
रसद
खाद् य सामग्री, खाने-पीने का सामान।
रसभरी
मकोय नामक एक फल जिसके ऊपर टोपी जैसा आवरण होता है। वि. स्त्री. रस से भरी हुई, मधुर। उदा. उसकी रसभरी बातें सुनकर श्रोता मुग्ध हो गए।
रसमलाई
एक मिठाई जो औटे हुए दूध में छैने की टिक्कियाँ (रसगुल्ले जैसा पदार्थ) बनाकर डालने से बनती है। प्रयो. रसमलाई के दूध में केसर डालने से स्वाद ही कुछ और हो जाता है।