बीस से पाँच अधिक, 24 की संख्या। जैसे: तालाब में पचीस/पच्चीस बत्तखें तैर रही हैं।
पचीसी
1. एक ही प्रकार की पच्चीस वस्तुओं का समूह। जैसे: बेताल-पचीसी (25 कहानियों का संग्रह) 2. आयु के प्रारंभिक 25 वर्ष जब व्यक्ति अधिक समझदार नहीं होता। मुहा. गदहपच्चीसी (गधापचीसी)-नासमझ उम्र। जैसे: उसकी तो अभी गधापचीसी की उम्र है।
पछताना अ.क्रि.
कोई अनुचित काम कर लेने के बाद यह सोचना कि यदि वैसा न किया जाता तो अच्छा होता; उसके लिए दुखी होना, पश्चाताप करना।
पछतावा
किसी अनुचित कार्य को कर लेने के बाद उसके बारे में पछताने का भाव। दे. पछताना। पर्या. पश्चात्ताप।
पछाड़ना स.क्रि.
1. ज़मीन पर पटकना या चित्त गिराना, परास्त करना, हराना। उदा. भारत केसरी सतपाल ने बड़े-बड़े पहलवानों को पछाड़ दिया। 2. धोने के लिए वस्त्रों को पत्थर आदि पर बार-बार ज़ोर से पटकना। उदा. धोबी कपड़ों को धोने के लिए पत्थर पर पछाड़ता है। मुहा. पछाड़ खाना=अत्यंत दुखी होकर बेचैनी के साथ शरीर का धरती पर गिरना। उदा. नवविवाहिता अपने पति की दुर्घटना में मृत्यु की खबर सुनकर पछाड़ खाकर गिर पड़ी।
पछुवा/पछुआ
पश्चिम दिशा से चलने वाली हवा।
पट
1. राज सिंहासन जैसे: पटरानी। 2. रेशमी कपड़ां उदा. पट पाँखड़े परहिं विधि नाना। 3. फैला हुआ श्वेत वस्त्र, परदा। जैसे: चित्रपट, रजतपट आदि। 4. दरवाजे का पल्ला। उदा. मंदिर के पट खुल गए, दर्शन कर लो। 5. वि. भूमि पर पेट के बल लेटा; औंधा। विलो. चित।
पटकथा
शा.अर्थ पर्दे पर प्रस्तुत की जाने के लिए तैयार की गई कथा। सा.अर्थ सिनेमा, नाटक, धारावाहिक आदि के लिए लिखी गई मूल कहानी का रूपांतरित पाठ। script
पटकना स.क्रि.
1. किसी व्यक्ति या वस्तु को उठाकर ज़ोर से पृथ्वी पर गिराना, दे मारना। जैसे: अखबार पटकना, शत्रु को पटकना। 2. कुश्ती में प्रतिद् वंद् वी को पृथ्वी पर गिराकर पछाड़ना, पराजित करना।
पटना अ.क्रि.
1. गड्ढे आदि का भरकर समतल हो जाना। 2. किसी वस्तु का किसी जगह में बहुत अधिक इकट्ठा हो जाना। जैसे: गोदामों में अनाज पटा पड़ा है। 3. दीवारों में छत पड़ना। जैसे: आज विद्यालय की छत पट गई है। 4. विचार या स्वभावगत मेल होना। जैसे: उन दोनों भाईयों की खूब पटती है। 5. ऋण चुकता हो जाना। जैसे: उसका बैंक का सारा कर्ज पट गया।