शा.अर्थ खोदने की क्रिया से (पैदा हुआ) निकाला गया पदार्थ। भूवि. प्रकृति की अकार्बनिक प्रक्रियाओं द्वारा पृथ्वी के अंदर बनने वाला ठोस, समांगी, क्रिस्टलीय रासायनिक पदार्थ। जैसे: सोना, चांदी, हीरा, कोयला आदि। mineral
खपत [देश<खपना]
शा.अर्थ खपने की प्रक्रिया। 1. वस्तु की उतनी मात्रा, जिनती उपयोग में आई हो। 2. जितना माल बेचा जा सके। उदा. (i) आजकल शहरों में ही नहीं, गाँवों में भी इलैक्ट्रॉनिक वस्तुओं की खपत बढ़ गई है। (ii) आजकल हाथ से बने माल की खपत कम हो गई है।
खपना अ.क्रि.
किसी वस्तु का उपयोग में आना। खपाना स.क्रि. किसी अतिरिक्त या खराब वस्तु को यत्नपूर्वक काम में लाना या लगाना।
खफ़ा
रुष्ट, नाराज, क्रुद्ध।
खबर
किसी भी स्रोत से प्राप्त कोई नई या विशेष जानकारी या सूचना। पर्या. समाचार, पता। मुहा. (i) खबर उड़ना- चर्चा फैलना; (ii) अफवाह उड़ना। खबर लेना - (i) हालचाल पूछना। (ii) (ला.अर्थ) डाँटना, फटकारना यहाँ तक कि दंड भी देना।
खबरदार
सावधान रहने, चेतावनी देने आदि के लिए प्रयुक्त शब्द।
खबरिया
[<खबर] वि. (i) खबरों से संबंधित; (ii) खबरें पहुँचाने वाला। जैसे: खबरिया चैनल।
खमा (राजस्थानी < क्षमा)
1 क्षमा। 2. राजाओं, महाराजाओं, ठाकुरों यानी अपने आश्रयदाताओं को लिए जाने वाले वाचिक अभिवादन में प्रयुक्त शब्द घणी खमा/खम्मा
खमीर
सा.अर्थ 1. गुंथे हुए आटे आदि में, पर्याप्त देर तक पड़े रखने से, पैदा होने वाली खटास और उभार। 2. वह पदार्थ (फफूंद) जिससे यह गुण पैदा होता है। पर्या. खमीरा (लेबन)। वन. ऐस्कोमाइसिटीज़ कुल का एक कवक (फूफँद) जो जाइमेस नामक एंज़ाइम उत्पन्न करता है। yeast
खयाल/ख्याल
1. सुध-बुध का भाव सूचित करने वाली मन की वृत्ती। जैसे : वह अपने ख्याल में ही मगन (मग्न) रहता है। 2. स्मृति, याद। जैसे: कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है। 3. ध्यान, सावधानी। जैसे: यात्रा में अपना खयाल सूचना। 4. मत, विचार। जैसे: मेरे खयाल में.............मुहा. खयाली पुलाव-कोरी कल्पना । संगी. लोक-संगीत का एक प्रकार। राग/रागिनी का एक विशिष्ट स्वरूप। ध्रुपद पद् धति के गायन ने इसे शास्त्रीय रूप दे दिया है। संगीतशास्त्र में छोटा खयाल और बड़ा खयाल ये दो प्रकार प्रचलित हैं।