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Hindi Paribhashik Laghu Kosh

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आँत
आमाशय से मलाशय तक का पाचन-पथ (जिससे भोजन पच कर अंगीकृत होता है और शेष मल गुदाद्वार से होकर बाहर निकलता है।)

आँधी
अत्यंत वेग से बहने वाली धूलभरी हवा, जिससे हल्की वस्तुएँ हवा में तैरती हुई दिखें और इतनी धूल फैल जाए कि अंधकार-सा लगने लगे। पर्या. अंधड़।

आँवला
< आमलक) 1. एक उष्णकटिबंधीय पादप जिसके फल गोलाकार तथा कसैले होते हैं तथा चटनी व अचार के रूप में खाने व दवाई के काम आते हैं। 2. टि. आयुर्वेद की दृष्‍टि से यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपादेय है। यह विटामिन 'सी' का भंडार है।

आँवाँ
वह गड्ढा जिसमें कुम्हार मिट्टी के बर्तन पकाता है। पर्या. भट् ठी। मुहा. आँवाँ बिगड़ जाना = समाज के सब लोगों का बिगड़ जाना।

आँसू
< अश्रु) शोक, पीड़ा, हर्ष आदि मनोभावों के अतिरेक के कारण आँखों से निकलने वाला पानी। पर्या. अश्रु मुहा. आँसू बहाना/गिराना/ढालना = अत्यधिक रोना। आंसू पोंछना = ढाढस देना। आँसू पीना = मन ही मन रोना। खून के आंसू = क्रोध के साथ हताशा का भाव। मगरमच्छ के आँसू = नकली आँसू। टि. सामान्यत: इस शब्द का प्रयोग बहुवचन में होता है।

आइंदा
(फा. < आइंदा:) अव्यय आगे आने वाले समय में, भविष्य में; अगली बार। 1. उदा. इस बार तो हो गया सो हो गया ध्यान रहे, आइंदा ऐसा न हो।

आइरिस
परितारिका'

आईना
मुँह देखने का शीशा, दर्पण। मुहा. आईना दिखाना = (किसी के सामने) उसका असली रूप प्रकट कर देना।

आईवीएफ
'पात्रे निषेचन'

आकंठ
कंठ पर्यंत, गले तक जैसे: 1. भूखे व्यक्‍ति ने आकंठ भोजन किया। 2. सरोवर में गज आकंठ डूबा हुआ था।


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