क्षारीय साइनाइट :
असाधारण रूप से अधिक क्षारीय फेल्डस्पारयुक्त साइनाइट । इसमें गहरे रंग के ऐजिरीन-औगाइट की विद्यमानता इसका मुख्य लक्षण है ।
alkemade line
अल्केमेड रेखा :
तृतीय प्रावस्था आरेख की वह सीधी रेखा, जो उन दो प्राथमिक प्रावस्थाओं के संघटन बिन्दुओं को मिलाती है जिनके क्षेत्र आसन्त (adjacent) हों तथा उनके अन्तरा पृष्ठ (interface) एक सीमान्त वक्र बनाते हों ।
alkemade theorem
अल्केमेड प्रमेय :
वह प्रमेय जिसके अनुसार एक तृतीयक प्रावस्था आरेख में घटते तापमान को दिशा दो प्राथमिक प्रावस्था क्षेत्रों के बीच सीमांत वक्र पर अल्केमेड रेखा से सर्वेदा दूर रहेगी ।
allochem
ऐलोकेम :
वह पुंजित कार्बोनेटी अवसाद जो निक्षेपण बेसिन में रासायनिक तथा जैव रासायनिक अवक्षेपण द्वारा निक्षेपित होने से पुर्व उसी बेसिन में स्थानांतरित होकर निर्मित हुआ हो ।
allochthon
अपरस्थानिक शैलपिंड :
वे शैल जो अधिक्षेपण या शयान वलन जैसे विवर्तनिक बलों द्वारा अपने मूल निक्षेपण स्थान से बहुत दूर ले जाये गए हों ।
allochthonous
अपरस्थानिक :
उन शैलों के लिए प्रयुक्त एक शब्द जिनके प्रधान घटक अपने स्थान पर निर्मित न होकर कहीं और निर्मित हुए हों ।
allometamorphism
अपर कायांतरण :
बाह्य शक्तियों के प्रभाव से उत्पन्न कायांतरण की एक प्रक्रिया जो शैल रचना के बाद घटित होती है ।
allomorph
अपररूप :
कुछ खनिजों का ऐसा कूटरूप जिसका रासायनिक संघटन उसके मूल खनिज पदार्थ से भिन्न नहीं होता अर्थात् कूटरूप के निर्माण में कोई संघटनी परिवर्तन नहीं होता, जैसे ऐरागोनाइट से परिवर्तित कैल्साइट ।
allophase metamorphism
अपरप्रावस्था कायान्तरण :
कायान्तरण की वह प्रक्रिया जिसमें नवीन खनिज प्रावस्थाओं का निर्माण होता है ।
allothigene
अन्यत्रजन :
वे शैल या शैल घटक अथवा खनिज जो प्राप्ति-स्थल पर निर्मित न होकर कहीं और से परिवाहित होकर वहां निक्षेपित हो गए हों जैसे संगुटिकाश्म में गोलाश्म तथा गटिकायें एवं आग्नेय शैलों में अन्तर्वेश ।