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Definitional Dictionary of Petrology (English-Hindi)
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anhedron
अफलक : किसी आनेय शैल का वह खनिज-घटक जिसमें फलकों का बाह्य ज्यामितिरूप वैसा न विकसित हो पाया हो जैसा कि एक सामान्य क्रिस्टल में होना चाहिए ।

anisomerous
समावयवी : शैलों के कणिकीय गठन से संबंधित एक शब्द जिसमें कणों के माप की विविधता का परास (range) बहुत अधिक होता है ।

anisometric
त्रिसमलंबाक्षेतर : असममितिक भागों वाला; जो त्रिसमलंबाक्ष न हो ।

anisotropic
विषमदैशिक : उन पदार्थों के लिए प्रयुक्त एक शब्द जो विभिन्न दिशाओं में विभिन्न प्रकाशीय या अन्य भौतिक गुणधर्म प्रदर्शित करते हैं । यह गुणधर्म त्रिसमलंबाक्ष समुदाय के खनिजों को छोड़कर सभी क्रिस्टलीय खनिओं का एक विशिष्ट लक्षण है ।

anorthosite
एनॉर्थोसाइट : एक कणिकामय बितलीय शैल (plutonic rock) जो लगभग पूर्णतः प्लैजिओक्लेस से संघटित होता है ।

antidune
प्रति टिब्बा : उपरि जलप्रवाह अवस्था में बनने वाली अवसादी संरचना जो तरंग की विपरीत दिशा में विन्यस्त होती है ।

aphaneric
अदृश्यक्रिस्टली : देखिए : 'aphanitie'

aphanitic
अदृश्यक्रिस्टली : उन शैलों के गठन के लिए प्रयुक्त एक विशेषण जिनके अलग-अलग कण या क्रिस्टल बिना लेन्स की सहायता से पहचाने नहीं जा सकते ।

aphyric
अफ़ायरी : उन अदृश्यक्रिस्टली गठन वाले शैलों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण जो प्रायः क्रिस्टलित तो होते हैं परन्तु उनमें लक्ष्यक्रिस्टल (phenocrysts) नहीं होते ।

apomagmatic
अपमैग्मी : परोक्ष रूप से मैग्मा से संबंधित ।


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