अपमैग्मी निक्षेप :
वे मैग्मी खनिज-निक्षेप जो अन्तर्वेधी पिंड से कुछ दूरी पर स्थित हों और उनका परस्पर संबंध केवल परोक्ष मात्र हो ।
apophysis
विवर्ध :
कोई भित्ति, शिरा (vein) या प्रशाखा जो किसी बड़े अन्तर्वेधी पिंड से प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से संलग्न होती है ।
aqueoigneous
जलाग्नेय :
ऊष्मा और जल की संयुक्त क्रिया से उत्पन्न खनिजों या शैलों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण ।
aqueous rock
जलीय शैल :
जल द्वारा या उसमें निक्षेपित अवसादी शैल ।
arenaceous
बालुकामय :
बालू युक्त या उससे उत्पन्न अथवा बलुई गठन वाले शैलों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण ।
arenito
रेणुकाश्म :
रेणु (sand) के गठन वाले सभी खंडमय शैलों के लिए प्रयुक्त एक सामान्य शब्द । इनमें रेणु की प्रकृति का बोध कराने के लिए तत्संबंधी उपसर्गों का प्रयोग किया जाता है जैसे-क्वार्टूज रेणु के लिए सिलिकारेणुकाश्म, कैल्साइट कणों से निर्मित चूनाश्म के लिए कैल्करेणुकाश्म इत्यादि ।
argillaceous
मृण्मय :
मृत्तिकायुक्त या मृत्तिकामय शैलों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण ।
argillaceous sandstone
मृण्मय बालुकाश्म :
एक प्रकार का बालुकाश्म जिसमें अल्प मात्रा में मृत्तिका पाई जाती है ।
argillite
आर्जिलाइट, दृढ़मृदाश्म :
गाद प्रस्तर (silt stone), मृत्तिकाश्म या शैल से व्युत्पन्न एक संहत शैल जिसमें उपरोक्त शैलों की अपेक्षा कुछ अधिक कठोरता आ जाती है । यह शैल स्लेट से भिन्न होता है क्योंकि इसमें विदलन स्लेटी न होकर लगभग संस्तरण के समांतर होता है ।
arkose
आर्कोज :
ग्रेनाइट या कणिकीय गठन वाले अन्य अधिसिलिक शैलों के विघटन से व्युत्पन्न एक विशेष प्रकार का बालुकाश्म जिसमें फेल्डस्पार की मात्रा 30 प्रतिशत से अधिक होती है ।