अत्यल्पसिलिक :
उन आग्नेय शैलों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण जिनमें सिलिका की मात्रा 45 प्रतिशत से कम होती है । वस्तुतः उनमें क्वार्ट्ज़ और फेल्डस्पार बिल्कुल नहीं होते और वे मुख्य रूप से लौह, मैगनीशियम तथा कैल्सियम से संघटित होते हैं ।
ultramafic
अतिमैफिक :
देखिए : 'ultrabasic'
ultra metamorphism
अतिकायांतरण :
वह कायान्तरण प्रक्रिया जिसमें तापमान और दाब के चरम परिसर में प्रभावित शैल पूर्णतः या अंशतः मैग्मीय अवस्था में परिवर्तित हो जाते हैं ।
undersaturated rock
अवसंतृप्त शैल :
पूर्णरूपेण या आंशिक रूप से असंतृप्त खनिजों से संघटित शैल ।
uniaxial
एकाक्ष, एकअक्षीय :
केवल एक प्रकाशिक अक्ष से युक्त जिसकी दिशा विशेष में क्रिस्टल के आरपार प्रकाश डालने पर उसका द्विअपर्वतन (double refraction) नहीं होता । जैसे - कैल्साइट ।
universal stage
सर्वदिशो मंच :
एक यंत्र जिसे घ्रुवण सूक्ष्मदर्शी के साथ शैलों में खनिजों के प्रकाशिक तथा शैल-संविन्यासी गुणों के अध्ययन के लिए प्रयोग में लाया जाता है ।
unsaturated minerals
असंतृप्त खनिज :
वे खनिज जो मुक्त सिलिका या अत्यधिक सिलिका की उपस्थिति में शैल-मैग्माओं से निर्मित होने में असमर्थ होते हैं जैसे ल्यूसाइट तथा ऑलीविन ।
unstable relict
अस्थायी अवशेष :
एक अवशिष्ट खनिज जो कायान्तरण की नवीन परिस्थितियों में मितस्थायी होता है किन्तु इसके रूपान्तरण की गति मंद होने के कारण वह नए खनिज समुच्चय में परिवर्तित रूप में पहचाना जा सकता है ।
uralite
यूरेलाइट :
द्वितीयक एम्फिबोल का एक हरे रंग का सामान्यतः रेशेदार या सूचयाकार प्रकार ।
uralitization
यूरेलाइटन :
वह पश्चमैग्मीय (late magmatic) अथवा कायान्तरी प्रतिस्थापन क्रिया जिसके द्वारा प्राथमिक पॉइरॉक्सीन के परिवर्तन से रेशेदार या सूच्याकार एम्फिबोल का विकास या निर्माण होता है ।