अन्यत्रजनिक :
और कहीं उत्पन्न । इस शब्द का प्रयोग उन शैल घटकों के लिए होता है जो अपने वर्तमान शैलों में निक्षेपित होने से पहले कहीं और निर्मित हुए थे ।
allothigenous
अन्यत्रजात :
'allothigenic' का समानार्थी ।
allothimorph
मूलरूपक :
कायांतरित शैल के वे घटक जिनका मूल आकार कायांतरण के दौरान परिवर्तित नहीं होता ।
allothrausmatic
अपरकेन्द्रकी :
उन सकेन्द्रशल्की (orbicular) शैलों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण जिनकी गोलाभ संरचना अपराश्मों (xenoliths) से निर्मित होती है अर्थात् उनके केन्द्रक परिवर्ती शैलों के खण्ड होते हैं जिनका संघटन संयोजी आधात्रिका से भिन्न होता है ।
allotriomorphic
अस्वरूपी :
आग्नेय शैलों के उन खनिजों के लिए प्रयुक्त एक विशेषण जो अपने अभिलक्षणिक क्रिस्टल फलकों से परिबद्ध नहीं होते ।
allotriomorphic granular texture
अस्वरूपी कणिकामय गठन :
आग्नेय शैलों का एक ऐसा जिसमें क्रिस्टलीय फलक नहीं दिखाई पड़ते ।
alluvial
जलोढ :
(क) प्रवाही जल द्वारा बहाये या निक्षेपित किए गए पदार्थों के लिए प्रयुक्त एक शब्द ।
(ख) जलोढक (alluvium) के संबंधित अथवा उससे निर्मित ।
(ग) जलोढक में पाया जाने वाला ।
alluvial cone
जलोढ शंकु :
किसी महाखड्ड या कैनियन के मुख पर नदियों द्वारा प्रवाहित अपरदी पदार्थों से निर्मित एक शंकुरूपी निक्षेप जिसके पार्श्व बहुत कम प्रवणित होते हैं और उनका झुकाव सभी दिशाओं में लगभग बराबर होता है ।
alluvial deposit
जलोढ निक्षेप :
प्रवाही जल द्वारा निक्षेपित असंपिडित शैल पदार्थों का संचय ।
alluvial fan
जलोढ पंखा :
असंपिंडित शैल-पदार्थों की एक ढलुआ तथा पंखाकार संहति जो किसी नदी द्वारा उस स्थल पर निक्षेपित होती है जहाँ वह उच्च भूमि से बहती हुई किसी चौड़ी घाटी या मैदान में प्रवेश करती है ।