logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Definitional Dictionary of Philosophy (English-Hindi)
A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z

Please click here to read PDF file Definitional Dictionary of Philosophy (English-Hindi)

Egoism
1. स्वार्थवाद, स्वहितवाद : निशास्त्र में, व्यक्ति के निहित स्वार्थ को ही साध्य मानने वाला सिद्धांत। 2. अहंवाद : दर्शन में केवल अहम् को ही सत्य मानने वाला बर्कले इत्यादि विचारकों का सिद्धांत अथवा फिक्टे का यह सिद्धांत कि पराहम् निरपेक्ष अहं (`एब्सोल्यूट इगो`) ही परम सत्य है। 3. अहंता, अहंभाव : अपने को ही श्रेष्ठ समझने की वृत्ति।

Egocentric Energism
स्वार्थौन्मुख शक्तिवाद वह मत कि व्यक्ति को शक्तियों का उपयोग पूर्णतः स्वार्थ की प्राप्ति के लिये करना चाहिए।

Egoistic Hedonism
स्वसुखवाद, स्वार्थमूल्क सुखवाद वह मत कि स्वयं अपने सुख की प्राप्ति ही व्यक्ति का नैतिक लभ्य होना चाहिये।

Egoistic Naturalism
स्वार्थपरक प्रकृतिवाद रॉजर्स द्वारा हॉब्स के नैतिक सिद्धांत के लिये प्रयुक्त पद। हॉब्स स्वहित को ही व्यक्ति के कर्मों का मूल अभिप्रेरक मानता है (स्वार्थवाद), और शुभ को व्यक्ति की इच्छाओं की पूर्ति का साधन मात्र समझता है (प्रकृतिवाद)।

Egological Reduction
आहमिक अपचयन, अहंमूलक अपचयन संवृतिशास्त्र में प्रयुक्त पद। इसके अनुसार 'स्व' की सत्त्ता में विश्वास अथवा अविश्वास न करके अतीन्द्रियभाव रखना ही अहंमूल्क अपचयन है।

Egotism
अहंकार, अहम्मन्यता स्वयं को बड़ा और अन्यों को तुच्छ समझने की प्रवृत्ति।

Eidetic Theory (Of Knowledge)
प्रतिमालंबन-सिद्धांत हुसर्ल (Husserl) का वह सिद्धांत कि ज्ञान का आधार मनोजगत् के बिंबों के अलावा बाह्य जगत् में कहीं नहीं है और ज्ञान की मन में उत्पत्ति, भौतिक जगत में किसी आलंबन के बिना ही होती है।

Eidolology
संविद् मीमांसा जर्मन दार्शनिक हेबोर्ट के अनुसार, तत्वमीमांसा का वह भाग जो ज्ञान की सीमाओं तथा उसकी संभावनाओं का विवेचन करता है।

Eidolon (Pl. Eidola)
1. आइडोलॉन : प्राचीन यूनानी दार्शनिकों (डिमॉक्रिटस और एपिक्यूरस) द्वारा वस्तुओं से निःसृत होने वाले उन सूक्ष्म अणुओं के लिए प्रयुक्त शब्द, जिनकी कल्पना उन्होंने वस्तुओं के संवेदन और प्रत्यक्ष की व्याख्या के लिये की थी। 2. प्रतिच्छाया : काल्पनिक आकृति, जैसी कि स्वप्न में दिखाई देती है।

Eidos
प्रज्ञप्ति, आइदोस, आकार प्लेटो के दर्शन में, अतीन्द्रिय लोक में रहने वाली, प्रज्ञा मात्र के द्वारा गम्य, सामान्यतः 'प्रत्ययों' के नाम से प्रसिद्ध सत्ताओं में से एक, अथवा ऐंद्रिय जगत् में अस्तित्व रखने वाली वस्तुओं के रूप में दृष्टांतीकृत सामान्यों (`universals`) या सत्वों (`essences`) में से एक।


logo