संवेदनाश्रित प्रज्ञा
कांट के दर्शन में, बुद्धि की वह शक्ति जो संवेदनों से प्राप्त सामग्री से प्रत्ययों का निर्माण करती है।
Ecumenicity
सार्वलौकिकता, सार्वदेशिकता
संपूर्ण विश्व में फैले होने का गुण। विशेषतः उन विचारों या वस्तुओं की विशेषता जो सभी ईसाईयीय संप्रदायों में अथवा अखिल विश्व की ईसानुयायी जनता में एकता लाने के प्रयोजन की पूर्ति करती है।
Ecumenics
ईसाई-समाजशास्त्र
विश्व के ईसाई मतानुयायियों के समाज की विशेषताओं, समस्याओं इत्यादि का अध्ययन करने वाला शास्त्र।
Educative Theory Of Punishment
शिक्षार्थ-दंड-सिद्धांत
सुधारात्मक दण्ड सिद्धांत का एक प्रकार जिसके अनुसार दंड का उद्देश्य शिक्षा द्वारा अपराधी का सुधार करना होता है।
Education
सद्योअनुमान, अनन्तरानुमान, अव्यवहित अनुमान
ई. ई. कान्स्टैंस जोन्स (E.E. Constance Jones)) द्वारा अव्यवहित अनुमान के लिये प्रयुक्त शब्द।
उदाहरण : सभी मनुष्य प्राणी हैं;
∴ कुछ प्राणी मनुष्य हैं।
Efficient Cause
निमित्त्त-कारण
वह चेतन कारण जिसके द्वारा कार्य सम्पन्न होता है। जैसे घड़े के उत्पादन में कुम्हार निमित्त्त कारण है।
Effluvium
निःस्यंद
भौतिक वस्तुओं से निकलने वाला एक सूक्ष्म पदार्थ जिसकी कल्पना प्राचीन यूनानी दार्शनिकों ने प्रत्यक्ष के संदर्भ में की थी और जिसे उन्होंने ज्ञानेन्द्रियों को प्रभावित करने वाला माना था।
Egocentric Particulars
अहंकेंद्रिक विशेष
देखिए `egocentric words`।
Egocentric Predicament
अहंकेंद्रिक विषमावस्था, अहंकेंद्रिक विप्रतिपत्ति
वह विषमावस्था जिसमें ज्ञाता प्रत्ययों की सीमा का अतिक्रमण नहीं कर सकता। इस स्थिति का लाभ उठाते हुए कुछ प्रत्ययवादी जैसे बर्कले आदि प्रत्ययों को ही सत्य मानते हैं तथा बाह्य वस्तुओं के स्वतंत्र अस्तित्व का निषेध करते हैं। इस सिद्धांत की स्थापना आर.पी. पेरी ने की थी।
Egocentric Words
अहंकेंद्रिक शब्द
रसल (Russell) आदि के अनुसार, वे शब्द जो वक्तासापेक्ष होते हैं। जैसे : 'मैं', 'अब', 'यहाँ' इत्यादि।