नीतिपरक स्वार्थवाद
वह मत कि व्यक्ति को केवल अपने ही कल्याण को लक्ष्य बनाकर काम करना चाहिए।
Ethical Fiction
नीतिपरक कल्पितार्थ
वह कल्पित मानदण्ड जिसका कोई अस्तित्व नहीं है और जो कर्मों के औचित्य या अनौचित्य का निर्धारण करता है।
Ethical Formalism
नीतिपरक आकारवाद
कांट का वह नैतिक सिद्धांत जो कर्म के परिणाम और परिस्थिति से निरपेक्ष होता है, अर्थात् उसमें अपवाद स्वीकार नहीं किये जाते हैं।
Ethical Hedonism
नीतिपरक सुखवाद
वह मत कि सुख ही एकमात्र साध्य है और तदनुसार प्रत्येक व्यक्ति को वही कर्म करना चाहिए जो सबसे अधिक सुखदायक परिणामों को देने वाला हो।
Ethical Intuitionism
नीतिपरक अंतःप्रज्ञावाद
एक मत जिसके अनुसार नैतिक औचित्य या अनौचित्य के व्यक्ति को अंतःप्रज्ञा द्वारा अपरोक्ष ज्ञान होता है और वह कर्म के शुभ या अशुभ परिणामों पर आश्रित नहीं होता।
Ethical Legalism
नीतिपरक विधिवाद
वह मत कि आचरण के कुछ नियम हैं जिनका परिणामों की ओर ध्यान दिये बिना अक्षरशः पालन किया जाना चाहिये। यह मत कांट का भी है।
Ethical Mysticism
नीतिपरक रहस्यवाद
वह सिद्धांत जिसके अनुसार व्यक्ति और परमसत् का तादात्म्य नैतिक आदर्श है।
Ethical Naturalism
नीतिपरक प्रकृतिवाद
वह इंद्रियानुभविक विज्ञान जो नीतिशास्त्र एवं उसके संप्रत्ययों को प्राकृतिक विज्ञानों के संप्रत्ययों के माध्यम से व्याख्या करने की चेष्टा करता है। इस दृष्टिकोण का प्रतिपादन बेंथम और मिल ने अपने उपयोगितावाद को स्पष्ट करने के लिए किया है। तत्पश्चात् इसका प्रयोग विकासवादी नीतिशास्त्र हरबर्ट स्पेंसर ने किया और समसामयिक जॉन ड्यूई ने अपने अर्थक्रियावाद में इसकी स्पष्ट विवेचना की।
Ethical Nihilism
नीतिपरक निषेधवाद, नीतिपरक नास्तिवाद
शुभ-अशुभ, उचित-अनुचित इत्यादि नैतिक विभेदों की प्रामाणिकता का निषेध करने वाला मत।
Ethical Realism
नीतिपरक यथार्थवाद
नैतिक मूल्यों के अस्तित्व को अनुभव या ज्ञान से स्वतंत्र मानने वाला मत। जैसे : हार्टमान (Hartmann) का मत।