अस्तित्वपरक विश्लेषण
स्विस मनोचिकित्सक लुडविग बिन्स्वैन्जर (Ludwig Binswanger) का संप्रदाय जो हुसर्ल (Husserl) के संवृतिशास्त्र, हाइडेगर (Heidegger) के अस्तित्त्ववाद और फ्रॉयड (Freud) के मनोविश्लेषण का मिश्रित रूप है और इस बात पर जोर देता है कि रोगी अपने पर्यावरण का क्या अर्थ ले रहा है तथा उसकी वर्तमान समस्याएँ क्या हैं।
Existential Generalization (Rule)
अस्तित्वपरक सामान्यीकरण (नियम)
अनुमान का एक नियम जिसके अनुसार, गुणधर्म 'ग' एक वस्तु 'व' में पाया जाता है। इस आकार के एक कथन से कम से कम एक ऐसी वस्तु अस्तित्व रखती है जिसमें गुणधर्म 'ग' पाया जाता है। इस आकार के एक कथन का अनुमान किया जा सकता है।
Existential Import
अस्तित्त्वपरक तात्पर्य
किसी प्रतिज्ञप्ति में इस बात का निहित होना कि किन्हीं वस्तुओं का अस्तित्व है।
Existential Instantiation (Rule)
अस्तित्वपरक दृष्टांतीकरण (नियम)
अनुमान का एक नियम जिसके अनुसार कुछ स्थितियों में 'एक ऐसी वस्तु अस्तित्व रखती है जिसमें गुणधर्म 'ग' पाया जाता है, इस आकार के एक कथन से 'गुणधर्म 'ग' एक वस्तु 'व' में पाया जाता है, इस आकार के एक कथन का अनुमान किया जा सकता है।
Existentialism
अस्तित्त्ववाद
किर्केंगार्ड (Kierkegaard), हाइडेगर (Heidegger), सार्त्र (Sartre) इत्यादि कुछ समकालीन दार्शनिकों के नाम के साथ जुड़े हुए एक दार्शनिक मत का नाम, जिसका उद्देश्य चिन्तन को विचारों और वस्तुओं से हटाकर मानवीय अस्तित्व पर केंद्रित करना है।
Existential Proposition
अस्तित्वपरक प्रतिज्ञप्ति
वह प्रतिज्ञप्ति जो अपने उद्देश्य के अस्तित्व का कथन करे अथवा ब्रेन्टानो के अनुसार, जो किसी क्रिया के कर्म का विधान या निषेध करे।
Existential Quantifier
अस्तित्व परिमाणक
प्रतीकात्मक तर्कशास्त्र में, प्रतीक (E) या (Ǝ) जिसे एक `ऐसी वस्तु का अस्तित्व है`, बोला या पढ़ा जाता है।
Ex Opere Operato
कर्मानुष्ठानतः
रोमन कैथोलिक धर्मशाश्र में, इस बात को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त पद कि धार्मिक संस्कार का प्रभाव उसके अनुष्ठान मात्र से हो जाता है औरवह स्वतः फल देता है न कि अनुष्ठान करने वाले या उसका लाभ प्राप्त करने वाले की गुणवत्ता के कारण।
Exoteric
बहिरंग
जो सामान्य जन हैं या अदीक्षित अथवा अविशेषज्ञ हैं उनसे संबंधित या उनके लिए उपयोगी।
Experient
अनुभविता, अनुभावक
इस शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग इंग्लैण्ड के तर्कशास्त्री डब्ल्यू. ई. जॉनसन ने अपने तर्कशास्त्र के तृतीय खण्ड में किया था जिसके अनुसार अनुभव करने वाला व्यक्ति अनुभविता या अनुभावक कहलाता है।