ऋषि
भारतीय परंपरा में साधना की दृष्टि से समुन्नत वह व्यक्ति जो आध्यात्मिक जीवन में सहज स्थित हो चुका है।
Saint
संत, साधु
नैतिक एवम् आध्यात्मिक दृष्टि से प्रबुद्ध, वह धर्मात्मा जो जीवन के अलौकिक पक्ष का अधिकारी है।
Saintliness
साधुता
वे सहज गुण जो एक संत में स्वाभाविक रूप से विद्यमान होते हैं तथा उसके जीवन एवम् आचरण में प्रतिबिम्बित होते हैं।
Salvation
मुक्ति, मोक्ष
पाप या कर्म के फल से, जिसकी शाश्वत नरक-दंड, सांसारिक बंधन, जन्म-मृत्यु के अविच्छिन्न चक्र इत्यादि के रूप में कल्पना की गई है, सदा के लिए छुटकारा,जिसे सभी धर्मों ने अपना लक्ष्य बनाया है, हालाँकि उसके स्वरूप और उपायों के बारे में उनमें मतभेद है।
Sanction
अनुशास्ति
व्यक्ति को नैतिक आचरण के लिए प्रोत्साहित करने वाला सामाजिक सम्मान इत्यादि के रूप में प्राप्त पुरस्कार अथवा कर्तव्य के उल्लंघन या कदाचरण के लिए समाज के कानून द्वारा या प्रकृति या ईश्वर के द्वारा दिए जाने-वाले दंड का भय।
Saviour
त्राता
धार्मिक दृष्टिकोण से वह देवता अथवा अवतारी पुरूष जो भक्तजनों, सज्जनों और जीव मात्र के रक्षक हों।
Scepticism (=Skepticism)
संशयवाद
वह मत कि पूर्ण, असंदिग्ध या विश्वसनीय ज्ञान की प्राप्ति असंभव है, अथवा किसी क्षेत्र-विशेष में (तत्वमीमांसीय, नीतिशास्त्रीय, धार्मिक इत्यादि) या साधन-विशेष (तर्कबुद्धि, प्रत्यक्ष, अंतःप्रज्ञा इत्यादि) से ऐसा ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता।
Schema
आकार, साँचा
1. पारंपरिक तर्कशास्त्र में सांतरानुमान के आकार।
2. सत्ता मीमांसा में हमारे अनुभवों पर उन आकारों का प्रयोग जिनसे वस्तुओं का ज्ञान होता है।
3. ज्ञान मीमांसा में उन अवधारणाओं का उपयोग, जिनसे हमारे अनुभव के विषय सुसंबद्ध और आकारित होते हैं।
Schism
मत विभाजन, मतभेद, पृथकता
1. किसी समुदाय अथवा संस्था में मत का विभाजन जिससे उपवर्ग और पृथकता की संभावना होती है।
2. उपवर्ग का यथार्थ पृथकत्व।
Scholasticism
पांडित्यवाद, स्कॉलेस्टिकवाद
एक वैचारिक आन्दोलन या चिंतन पद्धति जिसका पश्चिमी यूरोप में नवीं शताब्दी के बाद से सत्रहवीं शताब्दी के पहले तक प्रभाव रहा। इसमें ईसाई धार्मिक सिद्धांतों का प्राधान्य रहा और उन्हीं की सीमाओं के अंदर रहते हुए दार्शनिक समस्याओं का समाधान खोजा गया।