चित्र-संकेत
सी. एस. पर्स के अनुसार, वह संकेत जो किसी वस्तु का बोध अपनी कुछ उन विशेषताओं के कारण कराता है, जो उस वस्तु में भी होती है, जैसेः एक प्ररूप, मॉडल या चित्र।
Idea
विचार, प्रत्यय
दृश्य या अदृश्य, स्थूल या सूक्ष्म, सामान्य या विशेष, किसी भी वस्तु का मानसिक प्रतिरूप या प्रतिनिधि। दर्शन के इतिहास में अलग-अलग अर्थों में प्रयुक्त शब्द -
1. प्लेटो और सुकरात : कालातीत सत्व या सामान्य, दिक्-काल में अस्तित्व रखने वाली वस्तुओं का आद्य प्ररूप।
2. स्टोइक : मनुष्य के मन में वर्तमान वर्ग-संप्रत्ययों में से एक।
3. नव्य प्लेटोवाद : परम मनस द्वारा संकल्पित। विचारित वस्तुओं के आद्य प्ररूप।
4. देकार्त और लॉक : मानवीय मन में स्थित संकल्पनाओं में से एक।
5. बर्कले : इन्द्रिय संवेदन के विषय या प्रत्यक्ष जो या तो मानवीय आत्मा के पर्याय या मनआश्रित सत्ता के प्रकार होते हैं।
6. ह्यूम : संवेदन की हल्की-सी नकल जिसका स्मृति में उपयोग होता है।
7. कांट : वे सहजात अवधारणाएँ जो पदार्थ की कोटियों तथा ज्ञान की सीमा के बाहर हैं।
Ideal
आदर्श
वह वांछित अभीष्ट जिसे मनुष्य प्राप्त करना चाहता है। विविध क्षेत्रों में उपर्युक्त प्रकार से विभिन्न लक्ष्य (आदर्श) होते हैं। जैसे : सौन्दर्य, पूर्णता, नैतिक या भौतिक उत्कर्ष इत्यादि।
Idealism
प्रत्ययवाद, विज्ञानवाद
ज्ञानमीमांसा में वह मत कि प्रत्यक्ष बोध केवल प्रत्ययों का ही होता है न कि बाह्य वस्तुओं का। तत्त्वमीमांसा में, वह मत कि `मनस्` या आत्मा का ही वास्तविक अस्तित्व है, परम सत्ता चिद्रूप है न कि भौतिक।
Idealistic Monism
प्रत्ययवादी एकतत्त्ववाद
वह मत कि परम तत्त्व एक एवम् चिद्रूप प्रत्यय रूप है।
Idealistic Vitalism
प्रत्ययवादी प्राणतत्त्ववाद
जीव वैज्ञानिक से दार्शनिक बने जर्मन विचारक ड्रीश के अनुसार, जीवन प्रक्रिया पर एक अति जैविक अति वैयक्तिक अन्तस्तत्त्व का वर्चस्व रहता है, उसके प्रकाश में ही जीवन की व्याख्या की जा सकती है। देखे `entelechy`।
Idealization
आदर्शीकरण
कला में, पूर्ण या आदर्श पुरूष को प्रस्तुत करने के लिए व्यष्टियों के गुणों के संबंध में अपाकर्षण और सामान्यीकरण का प्रयोग।
Ideal Observer Theory
आदर्श प्रेक्षक-सिद्धांत
नैतिक वस्तुपरकनावाद का एक रूप, जिसके अनुसार नैतिक निर्णय, कर्मों के विषय में उन भावनाओं को व्यक्त करते हैं, जिनका यदि कोई आदर्श प्रेषक होता तो उसे अनुभव होता।
Ideal Of Reason
तर्कबुद्धि-आदर्श
कांट के अनुसार एक ऐसी सर्व-समावेशी सत्ता (ईश्वर) का प्रत्यय, जो सभी परिच्छिन्न वस्तुओं का अंतिम कारण है। वह एक आदर्श मात्र है न कि कोई तर्कसिद्ध वस्तु।
Ideal Utilitarianism
आदर्श उपयोगितावाद
उपयोगितावाद का एक रूप, जो सुख के अतिरिक्त अन्य वस्तुओं को भी शुभ मानता है। इंग्लेण्ड में मूर, रैशडल और लेयर्ड इस मत के प्रमुख समर्थक हुए।