संयुक्त न्यायवाक्य
वह न्याय रचना जिसमें प्रथम आधार वाक्य सोपाधिक अथवा वैकल्पिक प्रतिज्ञप्ति हो तथा दूसरा आधार वाक्य सरल प्रतिज्ञप्ति हो और निष्कर्ष भी सरल हो, जैसे :
यदि जनता परिश्रमी है तो देश समृद्ध होता है।
भारतीय जनता परिश्रमी है।
अतः हमारा देश समृद्ध है।
Comprehension
व्यापकार्थ
तर्कशास्त्र में उन विशेषताओं का समुच्चय जो किसी पद के द्वारा व्यक्त व्यष्टियों में व्यापक रूप से विद्यमान रहती हैं और उसे अर्थ प्रदान करती हैं।
Compresence
सहवृत्ति, सहोपस्थिति
दो या अधिक वस्तुओं का एक साथ अस्तित्व। विशेषतः चेतना के कई तत्वों की एक साथ उपस्थिति के अर्थ में सैमुअल अलेक्जेंडर द्वारा प्रयुक्त शब्द।
Concatenation
कारणानुबंध
जे. एस. मिल के अनुसार, वैज्ञानिक व्याख्या का एक प्रकार, जिसमें कारण और उसके दूरवर्ती कार्यों के बीच की कड़ियों की खोज करके उनके संबंध को बोधगम्य बनाया जाता है।
उदाहरण : बिजली की चमक और उसके अनन्तर पैदा होने वाली कडकड़ाहट की व्याख्या इनके बीच की कड़ी ताप को बताकर करना : विद्युत से ताप उत्पन्न होता है जो बादलों के बीच की हवा को तुरन्त फैला देता है और फलतः कड़कड़ाहट पैदा होती है।
Concept
संकल्पना, संप्रत्यय
सामान्यतः किसी वर्ग के व्यष्टियों में पाए जाने वाले समान और आवश्यक गुणधर्मों का समुच्चय; सामान्य प्रत्यय।
Conception
संकल्पनित, संप्रत्ययित
सामान्य प्रत्यय के निर्माण की प्रक्रिया; परन्तु कभी-कभी परिणाम के लिये भी प्रयुक्त।
Conceptualism
संप्रत्ययवाद
नामवाद और वस्तुवाद के विपरीत यह सिद्धांत जिसके अनुसार सामान्योx की मानसिक सत्ता है।
Conceptualization
संप्रत्ययीकरण
संप्रत्ययों के निर्माण की क्रिया।
Conceptual Realism
संप्रत्ययात्मक यथार्थवाद
वह मत जो यह मानता है कि संप्रत्ययों की सत्ता मन से स्वतंत्र है।
Conceptus Suit
आत्म-संप्रत्यय
आत्मा का संप्रत्यय जिसे जेंटिल (Gentile) ने वस्तुओं के सारे संप्रत्ययों का आधार होने के कारण यथार्थ संप्रत्यय कहा है।