परिच्छेद्य (गुण)
डब्ल्यू. ई. जॉनसन के अनुसार, वस्तुओं में जिन साधारण बातों के आधार पर अंतर किए जाते हैं, जैसे : रंग, आकृति, परिमाण इत्यादि उनमें से एक।
Determinandum
परिच्छेद्यक (वस्तु)
जॉनसन के अनुसार, प्रतिज्ञप्ति का वह अंश (उद्देश्य) जिसका विचार के द्वारा स्वरूप निर्धारण करना होता है।
Determinans
परिच्छेदक
जॉनसन के अनुसार, प्रतिज्ञप्ति का वह अंश (विशेषण या विधेय) जो उसके स्वरूप को निर्धारित करता है और विचार के लिए प्रस्तुत होता है।
Determinate
परिच्छिन्न, निर्धारित
जॉनसन के अनुसार किसी परिच्छेद्य (determinable), जैसे रंग के अन्तर्गत आने वाली परस्पर विपरीत विशेषताएँ जैसे - लाल, हरा इत्यादि।
Determination
1. परिच्छेद : किसी सत्ता, वस्तु या विचार के क्षेत्र का निर्धारण द्वारा सीमित होना।
2. निश्चय : संकल्प की मनोवैज्ञानिक क्रिया का (अथवा कर्म-प्रक्रिया के मानसिक पक्ष का) अंतिम चरण : जिस विकल्प को व्यक्ति ने अपना लिया है उस पर जब तक कार्यान्वयन का उपयुक्त समय न आ जाए तब तक अडिग बने रहना।
3. स्पिनोजा ने इस शब्द का प्रयोग गुण के अर्थ में किया है।
Determinism
नियतत्ववाद
एक सिद्धांत जिसके अनुसार संसार की प्रत्येक घटना पूर्व निर्धारित नियमों द्वारा नियंत्रित है। विशेषतः वह सिद्धांत कि व्यक्ति का संकल्प स्वतन्त्र नहीं होता बल्कि मानसिक या भौतिक कारणों के द्वारा निर्धारित होता है।
Deterrent Theory Of Punishment
निवारणार्थ दंड-सिद्धांत, दंड का प्रतिरोधात्मक सिद्धांत
वह सिद्धांत कि किसी व्यक्ति को दंड इसलिये दिया जाता है कि उसके भय से अन्य व्यक्ति उस तरह का काम न करें और स्वयं दंड पाने वाला भी दुबारा वह काम न करे।
Deus Ex Machina
दैवी समाधान
किसी समस्या के समाधान के लिये किसी व्यक्ति, वस्तु या संप्रत्यय को कृत्रिम ढंग से ले आना; समस्या का एक ऐसा समाधान जो अलौकिक, अस्वाभाविक, कृत्रिम और चमत्कारिक हो। इस पद का प्रयोग मूलतः प्राचीन नाटकों के संदर्भ में होता था जिसमें किसी कठिन समस्या को सुलझाने के लिये किसी देवता को एकाएक रंगभूमि में प्रकट कर दिया जाता था।
Dialectic
1. द्वंद्व समीक्षा : आधुनिक दर्शन में, कांट के अनुसार, विप्रतिषेधों, तर्काभासों, और शुद्ध प्रज्ञा के प्रत्ययों का विवेचन तथा 'क्रिट्रीक ऑफ प्योर रीज़न' का वह भाग जिसमें ऐसा विवेचन किया गया है।
2. द्वंद्वन्याय : हेगेल के अनुसार, पक्ष, प्रतिपक्ष और संपक्ष के तीन चरणों में चलने वाली तर्क या विचार की क्रिया।
Dialectical Materialism
द्वंद्वात्मक भौतिकवाद
कार्ल मार्क्स और ऐंगेल का दर्शन जो साम्यवाद का अधिकृत दर्शन है और पारंपरिक भौतिकवाद की तरह भौतिक द्रव्य को ज्ञानमीमांसीय और सत्ता-मीमांसीय दोनों दृष्टियों से आधारभूत और मन का पूर्ववर्ती मानता है, तथा हेगेल के द्वंद्वात्मक चिद्वाद की तरह भौतिक विश्व के विकास में विरोधी तत्वों के पहले संघर्ष और तदनन्तर समन्वय का अत्यधिक महत्व मानता है।