विश्व-कारण-युक्ति
विश्व के अस्तित्व के आधार पर ईश्वर के अस्तित्व को प्रमाणित करने के लिये दी जाने वाली युक्ति : विश्व में प्रत्येक वस्तु का कोई कारण है; कारणों की इस श्रृंखला के पीछे अवश्य ही एक ऐसा आदिकारण है जिसका कोई अन्य कारण नहीं है; यही आदिकारण ईश्वर है।
Cosmology
ब्रह्मांडिकी, ब्रह्मांडमीमांसा
दर्शन की वह शाखा जो ब्रह्माण्ड की प्रकृति एवं रचना का अध्ययन करती है।
Cosmos
विश्व, विश्वव्यवस्था
एक व्यवस्थित तंत्र के रूप में कल्पित विश्व।
Counter-Analogy
प्रतिसाम्यानुमान
साम्य पर आधारित वह युक्ति जो साम्य पर ही आधारित एक अन्य युक्ति का विरोध करने के लिये प्रस्तुत की जाय।
Counter-Applicative
प्रत्यानुप्रायोगिक
किसी विशिष्ट दृष्टान्त के आधार पर सामान्य के विषय में निष्कर्ष निर्गत करना।
Counter-Argument
प्रतियुक्ति
वह युक्ति जो किसी अन्य युक्ति के विरोध में प्रस्तुत की जाय।
उदाहरण : पार्मेनाइडीज का सिद्धांत 'परम सत् शास्वत है' की प्रतियुक्ति हेरेक्लाइटस की यह युक्ति कि 'परम सत सतत् परिवर्तनशील हैं'।
Counter-Dilemma
प्रति-उभयतःपाश
किसी उभयतःपाश का खंडन करने के लिये प्रस्तुत वह उभयतःपाश जिसका निष्कर्ष मूल उभयतःपाश के निष्कर्ष का व्याघाती होता है और जो सामान्यतः मूल उभयतःपाश के साध्यवाक्य के फलांशों को परस्पर बदलकर तथा उनके गुण को भी बदलकर प्राप्त किया जाता हैं।
उदाहरण : `यदि तुम सच्ची बात कहते हो, तो देवता तुमसे प्रसन्न होंगे; यदि तुम गलत बात कहते हो तो मनुष्य तुमसे प्रसन्न होंगे।
तुम या तो सच्ची बात कहोगे या गलत बात। अतः तुमसे सभी प्रसन्न रहेंगे।
जिस उभयतःपाश के खंडन के लिये इसका प्रयोग किया गया है वह निम्नलिखित है :
यदि तुम सच्ची बात कहोगे तो मनुष्य तुमसे घृणा करेंगे; यदि तुम गलत बात कहोगे तो देवता घृणा करेंगे। तुम या तो सच्ची बात कहोगे या गलत बात। अतः तुमसे सभी घृणा करेंगे।
Counterfactual Conditional Proposition
प्रति सोपाधिक प्रतिज्ञप्ति, वाक्य प्रतिज्ञप्ति
वह सोपाधिक प्रतिज्ञप्ति जिसके हेतु-अंश में तथ्यों के विपरीत कोई कल्पना की गई हो।
Counter-Implication
प्रत्यापादन
तर्कशास्त्री जॉनसन के अनुसार, दो प्रतिज्ञप्तियों, प और फ, का ऐसा संबंध जिसमें प आपाद्य होती है और फ आपादक, जबकि साधारणतः अर्थात् आपादन-संबंध में, प आपादक होती है और फ आपाद्य।
Counter-Implicative
प्रत्यापादी
तर्कशास्त्री जॉनसन के अनुसार, एक प्रकार की हेतुफलात्मक प्रतिज्ञप्ति जिसका प्रतीकात्मक रूप साक्षात् आपादी प्रतिज्ञप्ति `यदि प तो फ` से भिन्न `यदि फ तो प` होता है, जिसमें फ आपादक है और प आपाद्य।