आधारभूत संहिता 1. उन राज्यों में, जहाँ रोमन विधि प्रचलित रही है, प्रवृत्त विधियों अथवा प्रचलित कानूनों का वह क्रमबद्ध मूल संकलन जिस पर न्यायिक निर्णय आधारित होते हैं। 2. किसी राज्य की स्थायी प्रवृत्त विधियों का सरकारी या गैर-सरकारी वह आधारभूत संकलन जो विषय वस्तु के अनुसार समेकित, संगठित तथा वर्गीकृत किया गया हो। विश्व के विभिन्न राज्यों के प्रशासनों में प्रवृत्त विधियों की अपनी-अपनी शासकीय संहिताओं को प्रकाशित कर रखा है। इन मूल शासकीय संहिताओं में लोक-विधि तथा न्यायिक निर्णय भी सम्मिलित होते हैं।
Basic democracy
आधारभूत लोकतंत्र फील्ड मार्शल अय्यूब खां द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत जिसे वे लोकतंत्र का मूल रूप मानते थे। सन् 1962 में, पाकिस्तान के दिवंगत राष्ट्रपति ने अपने नए संविधान के अंतर्गत इसकी स्थापना की। इस व्यवस्था के अनुसार राज्य में न केवल समस्त निर्वाचन अप्रत्यक्ष मतदान पद्धति द्वारा किए जाने की व्यवस्था की गई बल्कि राष्ट्रपति को असीमित एवं अपार शक्तियाँ भी प्रदान की गईं। स्पष्टतः यह नया लोकतंत्र, लोकतंत्र न होकर अधिनायकतंत्र या तानाशाही का ही परिवर्तित रूप था।
Battle of arguments
तर्क युद्ध, वाग्युद्ध तर्क-वितकों, वाद-विवादों, व्याख्याओं, विवेचनों, दलीलों, बहसों तथा युक्तियों का आदान-प्रदान जो लोकतंत्रीय व्यवस्था वाले राज्यों के विधान मंडलों में किसी पक्ष के समर्थकों और विरोधियों के मध्य प्रायः घटित होता रहता है। इस प्रकार के तर्क-वितर्क की प्रक्रिया द्वारा विषय विशेष पर पूरी चर्चा की जाती है जिससे अंततः किसी निर्णय पर पहुँचने की दिशा में प्रगति हो सकती है।
Behavioural approach
व्यवहारवादी उपागम राजनीतिशास्त्र का वह उपागम अथवा दृष्टिकोण जो राजनीति तथा सरकार के अध्ययन में वैज्ञानिक पद्धति के प्रयोग पर अधिक बल देता है। व्यवहारवादी, व्यक्तियों तथा गुटों के वास्तविक व्यवहार पर अधिक बल देते हैं, न कि उनकी औपचारिक भूमिकाओं अथवा उन संस्थाओं पर जिसके अंतर्गत वे कार्य करते हैं। व्यवहारवादी, समाज तथा राज्य के अध्ययन में गणित और सांख्यिकी का भी सहारा लेते हैं।
Belligerency
युद्धावस्था अंतर्राष्ट्रीय युद्ध की स्थिति जिसमें दो या दो से अधिक राज्य संघर्षरत हों, और उनके सशस्त्र संघर्ष को अंतर्राष्ट्रीय विधि के अनुसार युद्ध माना जा रहा हो।
Belligerent
युद्धकारी, युयुत्सु, लड़ाकू वह विद्रोहकारी समूह, सैन्यदल, सशस्त्र टुकड़ी या राज्य जो विरोधी पक्ष के प्रति संघर्ष या युद्ध की स्थिति में हो। साधारणतया राज्य ही अंतर्राष्ट्रीय युद्ध में युद्धकारी समझे जाते हैं। युद्ध होने पर उनके संबंध शांतिकारी विधि द्वारा नियमित न होकर युद्ध विधि द्वारा नियमित होने लगते हैं।
Belligerent rights
युद्धकारी अधिकार अंतर्राष्ट्रीय विधि के अंतर्गत स्वीकृत युद्धरत राज्यों के अधिकार जिनके अनुसार वे शत्रु राज्यों के विरुद्ध सशस्त्र कार्यवाही कर सकते हैं। विशेषकर महासमुद्र में तटस्थ व्यापार और परिवहन पर अनेक प्रतिबंध लगा सकते हैं। किसी राज्य के विद्रोहियों तथा क्रांतिकारियों को ये अधिकार तब तक प्राप्त नहीं होते जब तक कि उन्हें `युद्धरत` नहीं मान लिया जाता।
Benelux
बेनेलक्स 3 मई, 1946 ई. के दिन बना बेल्जियम, नीदरलैंड तथा लक्जम्बर्ग का त्रिपक्षीय व्यापार संघ। यह संघ एक जनवरी 1948 ई. से अस्तित्व में आया। बेनेलक्स शब्दबंध उक्त तीनों देशों के आद्यक्षरों Be(Belgium), Ne(Netherland), Lux(Luxemberg) से मिलकर बना है। संघ की स्थापना के बाद तीनों राज्यों के मध्य सीमा शलक हटा दिए गए और विदेशों से आयातित वस्तुओं पर समान कर लगाया गया।
Benevolent despot
प्रजापालक एकछत्र शासक ऐसा स्वेच्छाचारी शासक जो लोक-कल्याण की भावना से प्रेरित होकर शासन चलाता हो।
Benevolent neutrality
सद्भावनापूर्ण तटस्थता भूतकाल में इस प्रकार की तटस्थता अपनायी जा सकती थी जिसके अंतर्गत एक राज्य या देश युद्धकारियों में से किसी एक पक्ष की सहायता करते हुए भी तटस्थ रह सकता था (जैसे किसी, पूर्व संधि के अंतर्गत)। किंतु अब ऐसी तटस्थता संभव नहीं है क्योंकि एक पक्ष को विशेषाधिकार या सुविधाएँ प्रदान कर अन्य पक्ष को उससे वंचित रखना अब निरपेक्ष तटस्थता नहीं मानी जाती।