वंश-पट बाहय विश्व को केवल सरकार द्वरा अनुमोदित सूचना दिए जाने की साम्यवादी-चीन की नीति। `वंश-पट` की अभिव्यंजना का लाक्षणिक प्रयोग वस्तुतः पश्चिमी राष्ट्रों की अभिव्यक्ति स्वातंत्रय की अपेक्षा सोवियत रूस के `लौह पट` और चीन के `वंश-पट` के अंतर को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। जहाँ सोवियत रूस के संबंध में विश्वसनीय और वास्तविक समाचार जानना वहाँ की कठोर नियंत्रण-व्यवस्था के कारण दुष्कर और दु-साध्य था, वहाँ चीन की अपेक्षाकृत कम कठोर व्यवस्था के स्वरूप को `झीने आवरण` के रूप में `वंश-पट` का शब्दबंध स्पष्ट करता है। दे. Iron curtain भी।
Bandh
बंद वर्तमान काल में, विशेषकर लोकतंत्र में, राजनीतिक दलों द्वारा सरकार की किसी नीति या कार्य के विरुद्ध रोष प्रकट करने के लिए सब कामकाज, दुकानें, संस्थाएँ, आवागमन आदि ठप्प करा देना और बंद में भाग लेने के अनिच्छुक व्यक्तियों व निकायों को भी इसके लिए विवश करना। इसके फलस्वरूप सारा जनजीवन गतिरुद्ध अथवा निष्क्रिय हो जाता है।
Bandung Conference
बांडुंग सम्मेलन 29 देशों का यह सम्मेलन जो इंडोनेशिया के नगर बांडुंग में 29 अप्रैल, 1955 को हुआ था। विश्व राजनीति में एशियाई-अफ्रीकी देशों को एक सुढ्ढ़ इकाई के रूप में रूप में प्रदर्शन करना था और विश्व राजनीति में उनके भावी महत्व को दर्शाना था। परन्तु सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर मतैक्य की अपेक्षा मतभेद अधिक देखने में आए। इसमें विश्व राजनीति की अनेक समस्याओं पर विचार-विमर्श किया गया, जैसे क्षेत्रीय सुरक्षा संगठन, उपनिवेशवाद, संयुक्त राष्ट्र में साम्यवादी चीन का प्रतिनिधित्व, चीन के संयुक्त राज्य अमेरिका तथा एशियायी देशों के संबंध, प्रजातीय पृथक्करण और भेदभाव, निःशस्त्रीकरण, एशियाई अफ्रीकी देशों में आर्थिक, सांस्कृतिक, तकनीकी मामलों में सहयोग की संभावनाएँ आदि। सम्मेलन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में चीन के महत्व और उसकी भूमिका को मान्यता प्राप्त हुई। सम्मेलन ने विश्व शांति व सहयोग के दस सिद्धांतों का भी प्रतिपादन किया:- (1) संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों तथा मूल मानवीय अधिकारों के प्रति सम्मान; (2) सब राष्ट्रों की संप्रभुता (3) सब प्रजातियों और राष्ट्रों की समानता के सिद्धांत को मान्यता ; (4) दूसरे देशों के मामलों में हस्तक्षेप न किया जाना; (5) संयुक्त राष्ट्र के मामलों में हस्तक्षेप न किया जाना; (5) संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुरूप प्रत्येक देश का स्वयं अथवा सामूहिक रूप से अपनी रक्षा करने का अधिकार ; (6) किसी महाशक्ति की विशिष्ट हितपूर्ति में निर्मित सामूहिक सुरक्षा संगठनों से दूर रहना ; (7) परस्पर आक्रमण न करना ; (8) अंतर्राष्ट्रीय विवादों को शांतिमय उपायों से तय करना ; (9) पारस्परिक सहयोग एवं हितों की अभिवृद्धि ; तथा (10) न्याय एवं अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का सम्मान।
Bank for International Settlement
अंतर्राष्ट्रीय निपटारा बैंक, बैंक फॉर इंटरनेशनल सैटिलमेंट यंग योजना के प्रस्ताव के अनुसार सन 1930 में स्थापित स्विटजरलैंड का शासपत्रित अंतर्राष्ट्रीय बैंक। इसकी आरंभिक अधिकृत पूँजी 10 करोड़ स्टर्लिंग पाउंड थी जिसमें से 25,000,000 तत्काल जमा हो गई। इस बैंक की स्थापना का उद्देश्य था अंतर्राष्ट्रीय धनराशि के स्थानांतरण में सहायता करना, जर्मनी को प्रत्यावर्तित लोगों के न्यासी के रूप में उनके हितों की रक्षा करने में सहायता देना और केंद्रीय बैंकों की स्थापना को प्रोत्साहित करना।
Barbarian monarchy
बर्बर एकराष्ट्रतंत्र, बर्बर राजतंत्र जंगलियों की सी निर्दयता, क्रूरता, नृशंसता अथवा अशिष्टता प्रदर्शित करने वाला शासनतंत्र जो प्राचीनकाल में विश्व के विभिन्न कबायली, असभ्य तथा अविकसित क्षेत्रों में प्रचलित था। अनेक राज्यों के मध्यकालीन इतिहास में भी बर्बर राजतंत्र के उदाहरण मिलते हैं। इस प्रकार की शासन पद्धति के अंतर्गत राज्य की समस्त सत्ता एक ही व्यक्ति के पास होती है। वह न केवल विधिनिर्माता तथा विधि-निष्पादक होता है बल्कि राज्य का सबसे बड़ा न्यायाधीश भी होता है। इस प्रकार की शासनपद्धति में छोटे-छोटे अपराधों के लिए कठोरतम दंड यथा, अंगभंग करने जैसी व्यवस्था रही है।
Barbarism
बर्बरता यूनानी शब्द `बार्बेरिसमोस` से बना शब्द जिसका अर्थ है गैरयूनानियों अथवा विदेशियों की तरह बोलना या व्यवहार करना। यूनानी लोग विदेशियों को अपनी जाति से हीन ही नहीं अपितु अशिष्ट, असभ्य तथा असंस्कृत मानते थे। आजकल `बर्बरता` का कोई सुनिश्चित अर्थ नहीं है। सामान्यतया सर्वस्वीकृत शिष्टाचरण के प्रतिकूल व्यवहार और नीति को बर्बर समझा और कहा जाता है।
Bardoli Satyagraha
बारदोली सत्याग्रह वह सत्याग्रह आंदोलन जो सन् 1928 में सरदार पटेल ने गुजरात प्रांत के बारदोली ताल्लुके में किसानों का लगान माफ कराने के उद्देश्य से चलाया था। सरदार पटेल की कुशल संगठन-शक्ति तथा राजनेतृत्व के फलस्वरूप ब्रिटिश सरकार को अपने घुटने टेकने पड़े और उसने लगान को रद्द कर दिया।
Bar of the House
सदन का कठघरा इंग्लैंड के `हाउस आफ कामन्स` में पार्लियामेंट के सदस्यों के बैठने के स्थान के पीछे लगी वे दो छड़ें जिनसे उस सदन की सीमा निश्चित होती हैं। जो व्यक्ति सदन की नर्यादा भंग करने के लिए उत्तरदायी होते हैं, उन्हें सदन की इन छड़ों के पार बुलाकर उनकी कड़ी आलोचना तथा भर्त्सना की जाती है। भारतीय लोक सभा में भी इसी प्रकार का प्रबंध किया जाता है जब किसी की भर्त्सना करनी होती है।
Baron
बैरन, सामंत (1) सैन्य अथवा अन्य प्रतिष्ठित सेवाओं के कारण प्राप्त अधिकारों और उपाधियों वाला सामंत; लार्ड। (2) ग्रेट ब्रिटेन में पीयर वर्ग (सामंत) में पाँचवी और निम्नतम श्रेणी का सदस्य जो अन्य चारों की भांति `लार्ड` कहलाने और हाउस ऑफ लार्डस में बैठने का अधिकारी होता है।
Baroness
बैरोनेस, सामंत पत्नी बैरन की पत्नी अथवा विधवा। बैरन महिला अर्थात् वह महिला जिसे बैरन पद का अधिकार प्राप्त हो। अब महिलाएँ भी लॉर्ड सभा की सदस्या हो सकती हैं।