केलॉग और ब्रियां समझौता 27 अगस्त, 1928 को पैरिस में फ्रांस तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने एक संधि पर हस्ताक्षर किए जो इन दोनों विदेश मंत्रियों-केलॉग और ब्रियां-के नाम से प्रसिद्ध है। इसके अंतर्गत इन राज्यों ने राष्ट्रीय नीति के उपकरण के रूप में युद्ध का परित्याग करने की घोषणा की और अपने पारस्परिक विवादों को शांतिपूर्ण उपायों से तय करने का निश्चय किया। कालांतर में इस समझौते ने एक सार्वदेशीय संधि का रूप धारण कर लिया जो विश्व के सभी देशों के लिए बाध्यकारी मानी जाती है, चाहे उन्होंने इस पर हस्ताक्षर किए हों या न किए हों। वर्तमान काल में इसे विश्व की वैधिक व्यवस्था का एक अंग माना जाता है
Keynote speech
नीतिदर्शक भाषण, मुख्य भाषण किसी सभा अथवा सम्मेलन में मुख्य विषय से संबंधित मुद्दों, सिद्धातों अथवा नीतियों को स्पष्ट करने वाला भाषण।
King-in-Council
K
King-in-Parliament
किंग-इन-पार्लियामेन्ट, संसदस्थ राजा ब्रिटिश शासन प्रणाली में सम्राट को संसद का अभिन्न अंग माना जाता है अर्थात् संसद का निर्माण सम्राट, कॉमन सभा और लॉर्ड सभा से मिलकर होता है। चूंकि अंतिम निर्णय लेने का अधिकार संसद को है और संसद के निर्णयों की औपचारिक स्वीकृति सम्राट द्वारा की जानी आवश्यक है, अतः इस व्यवस्था को `संसदस्थ राजा` कहा जाता है।
King's Bench
राजपीठ, राज न्यायपीठ ब्रिटिश उच्च न्यायालय का एक खंडपीठ जिसके क्षेत्राधिकार में मामलों की प्रारंभिक सुनवाई अथवा पुनर्विचार दोनों आते हैं।
Kitchen Cabinet
निजी सलाहकार, अनौपचारिक सलाहकार, किचिन कैबिनेट राजा या शासनाध्यक्ष के निकटस्थ व्यक्ति या व्यक्तिसमूह जो राजा या शासनाध्यक्ष को अनौपचारिक रूप से परामर्श देते रहते हैं।
Komsomol
कोम्सोमोल सोवियत संघ के साम्यवादी दल में युवकों का संगठन। इस संगठन के सदस्यों की आयु 16 से 23 वर्ष के बीच होती है। इस संघ के सदस्यों को भी कोम्सोमोल कहा जाता है।
Ku Klux Klan
कू क्लक्स क्लान अमेरिका के दक्षिणी राज्यों का एक गुप्त राजनीतिक संगठन जिसका उद्देश्य आतंकवाद, हिंसा और बल प्रदर्शन द्वारा काले लोगों को डरा-धमकाकर उन्हें गृहयुद्ध के उपरांत प्राप्त अधिकारों से वंचित करना तथा गोरों का प्रभुत्व स्वीकार करने के लिए विवश करना था। 1872 के बाद मूल कू क्लक्स क्लान प्रायः विघटित हो गया।
Kuo-mintang
कुओमिन्टांग सनयात-सेन द्वारा संस्थापित चीन का राष्ट्रवादी दल जो 1911 में चीन से राजतंत्र समाप्त कर वहाँ गणतंत्र स्थापित करने में सफल हुआ। इस गणतंत्र के प्रथम राष्ट्रपति सनयात-सेन बने जिन्हें चीनी गणतंत्र का राष्ट्रपिता माना जाता है। सन् 1925 में इस दल का नेतृत्व च्यांग-काई शेक के हाथों में आ गया और 1948 में साम्यवादियों ने च्यांग-काई शेक को अपदस्थ कर राज्यसत्ता अपने हाथों में ले ली।