विद्युत् की वह मात्रा जिसे एक ऐम्पियर की अपरिवर्ती धारा एक घंटे में स्थानांतरित कर देती है। संचायक सेलों की क्षमता बताने के लिए यह मात्रा काम में लाया जाता है। एक ऐम्पियर घंटा = 3600 कूलंब।
ampere turn
ऐम्पियर फेरा
SI मात्रकों में चुंबकीय क्षेत्र प्रबलता का एक मात्रक। ऐम्पियर फेरे प्रतिमीटर समान रूप से लपेटी हुई लंबी एक ऐसी परिनालिका के अंदर उत्पन्न होने वाली चुंबकीय क्षेत्र-प्रबलता है जिसकी कुंडली को अक्षीय दूरी के प्रतिमीटर में एक ऐम्पियर वाले रैखिक धारा-घनत्व द्वारा उत्तेजित किया जाता है।
amphion (zwitterion)
ऐम्फिआयन
ऐसा आयन जो धन आविष्ट भी हो और ऋणि आविष्ट भी, जैसे विलयन में एमीनो अम्ल का आयन। उभयधर्मी आयन (ग्लाइसीन का द्विध्रुवी आयन + H3NCH2 COO-) । इसे उभयाविष्ट आयन (zwitter ion) भी कहते हैं ।
amplidyne
ऐम्प्लिडाइन
एक घूर्णी चुंबकीय प्रवर्धक जिसका उपयोग सर्वोयंत्रावली और नियंत्रण-प्रयुक्तियों में किया जाता है। इसकी शक्ति-लब्धि उच्च होती है और यह धनात्मक पुनर्भरण की उच्चकोटि वाली एकलपदी युक्ति है। इलेक्ट्रॉनीय प्रवर्धक के साथ मिलकर यह युक्ति स्थिति, चाल, त्वरण और वोल्टता , धारा का यथार्थ नियंत्रण करती है।
amplification
प्रवर्धन
किसी सिग्नल की सामर्थ्य (विद्युत्धारा, वोल्टता अथवा शक्ति) बढ़ाने का एक प्रक्रम।
amplification factor
प्रवर्धन-गुणक
1. किसी निर्वात नलिका का दक्षतांक जो प्लेट-वोल्टता के अल्प परिवर्तन और ग्रिडवोल्टता के उस अल्प परिवर्तन का अनुपात है जो प्लेट धारा में समान परिवर्तन उत्पन्न करने के लिए आवश्यक होता है जबकि दूसरी सभी इलेक्ट्रोड-वोल्टताएँ तथा धाराएँ अचर रखी जाती हैं। इसका प्रतीक µ है।
2. किसी भी युक्ति के संबंध में निर्गत आयाम और निर्विष्ट आयाम का अनुपात।
amplification factor
प्रवर्धन-गुणक
1. किसी निर्वात नलिका का दक्षतांक जो प्लेट-वोल्टता के अल्प परिवर्तन और ग्रिडवोल्टता के उस अल्प परिवर्तन का अनुपात है जो प्लेट धारा में समान परिवर्तन उत्पन्न करने के लिए आवश्यक होता है जबकि दूसरी सभी इलेक्ट्रोड-वोल्टताएँ तथा धाराएँ अचर रखी जाती हैं। इसका प्रतीक µ है।
2. किसी भी युक्ति के संबंध में निर्गत आयाम और निर्विष्ट आयाम का अनुपात ।
amplifier
ऐम्पलीफ़ायर (=प्रवर्धक)
तरंग के अभिलक्षणिक रूप में बिना परिवर्तन किए किसी रेडियो-संकेत या प्रत्यावर्ती विद्युत्-धारा की प्रबलता में वृद्धि करने का साधन। प्रवर्धक में साधारणतया एक या अधिक इलेक्ट्रॉन नलिकाएँ या ट्रांजिस्टर (transistor) तथा अन्य उपकरण होते हैं। प्रवर्धक किसी अन्य स्रोत की शक्ति के द्वारा संकेत को या धारा को प्रबल बनाता है जबकि ट्रांसफ़ार्मर संकेत की धारा या वोल्टता को बाहर से शक्ति लिए बिना ही न्यूनाधिक कर देता है।
amplifier
प्रवर्धक
किसी वैद्युत निवेश राशि की बढ़ी हुई तीव्रता सहित पुनरूत्पादन करने की एक युक्ति। यदि बढ़ी हुई राशि किसी उच्च प्रतिबाधा पर लगा हुआ विद्युत्वाहक बल हो तो इस युक्ति को वोल्टता प्रवर्धक कहते हैं और यदि यह राशि निर्गत से किसी अपेक्षाकृत निम्न प्रतिबाधा में काफी धारा प्रवाह के रूप में हो तो यह युक्ति शक्ति प्रवर्धक कहलाती है। सामान्य रूप से काम आने वाले अधिकांश प्रवर्धक ट्रांजिस्टर या तापायनिक नलिकाओं द्वारा प्रचालित होते है। प्रवर्धक वर्ग A, वर्ग B, वर्ग AB आदि तथा पुनर्भरण, सर्वो आदि अनेक प्रकार के होते हैं। इसका प्रतीक है।
amplifier
प्रवर्धक
किसी वैद्युत निवेश राशि की बढ़ी हुई तीव्रता सहित पुनरूत्पादन करने की एक युक्ति। यदि बढ़ी हुई राशि किसी उच्च प्रतिबाधा पर लगा हुआ विद्युत्वाहक बल हो तो इस युक्ति को वोल्टता-प्रवर्धक कहते हैं और यदि यह राशि निर्गत से किसी अपेक्षाकृत निम्न प्रतिबाधा में काफी धारा प्रवाह के रूप में हो तो यह युक्ति शक्ति-प्रवर्धक कहलाती है। सामान्य रूप से काम आने वाले अधिकांश प्रवर्धक ट्रांजिस्टर या तापायनिक नलिकाओं द्वारा प्रचालित होते है। प्रवर्धक वर्ग A, वर्ग B, वर्ग AB आदि तथा पुनर्भरण, सर्वो आदि अनेक प्रकार के होते हैं। इसका प्रतीक है।