चल कुंडली गैल्वैनोमीटर जिसमें नाल चुंबक के आकार का स्थायी चुंबक होता है । चुंबक - ध्रुवों के बीच के प्रबल क्षेत्र में एक हल्की आयताकार कुंडली निलंबित अथवा कीलकित रहती है । विद्युत् दार इसी कुंडली में चलाई जाती है जिससे कुंडली घूम जाती है । चुंबकीय क्षेत्र को त्रिज्य बनाने के लिए चुंबक - ध्रुवों के पृष्ठ अवतल सिंलिंडराकरा बना दिए जाते हैं और लोहे का एक स्थिर क्रोड ध्रुवों के बीच में लगा दिया जाता है । कुंडली / इस क्रोड के चारों ओर धूमती है ।
D- lines (=sodium lines)
रेखाएं D (सोडियम रेखाएं)
सोडिरूम लवणों के उत्सर्जन स्पेक्ट्रम में पायी जाने वाली दो निकटवर्ती पीत - रेखाएँ ।
D -1 तथा के D-2 तरंग दैर्ध्य क्रमशः 5895.92 और 5889.95 (A.U) हैं । सूर्य के फ्रानहोफ्र स्पेक्ट्रम में बी ये काली अवशोषण रेखाओं के रूप में पाई जाती हैं ।
d.c. amplifier
d.c प्रवर्धक
d.c. या मंद गति से बदलती हुई वोल्टताओं का प्रवर्धन करने वाली एक युक्ति । d.c. प्रवर्धकों के मूल रूप ये हैः-
1. सीध युग्मित प्रवर्धक जिसमें एक चरण का ऐनोड अनुगामी चरण भी ग्रिड से सीधा जोड़ दिया जाता है ।
2. वाहक-प्रवर्धक ।
3. सीधे युग्मित और वाहक-प्रवर्धकों का एक संयोजन ।
d.c. dump
d.c. निष्कास
कंप्यूटर में इच्छापूर्वक, संयोगवश या प्रतिबंद सहित संपूर्ण वैद्युत शक्ति से हट जाने की घटना । कुछ प्रकार के संचय - तंत्रों में इस घटना से संचित सूचना का लोप हो जाता है ।
d.c. erasing
d.c. विलेखन
दिष्ट धारा के उपयोग से एकदिशिक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करके चुंबकीय फीते पर अभिलेखित सिग्नल मिटाने का प्रक्रम ।
damped harmonic motion
अवमंदित सरल आवर्त गति
सरल आवर्त गति जिसका आयाम उत्तररोत्तर घटता जाता है इसमें ऊर्जा का क्षय होता रहता है । ऊर्जा क्षय साधारणतया घर्षण के तथा चारों ओर की वायु आदि की श्यानता के कारण होता है ।
damped oscillation
अवमंदित दोलन
वह दोलन जिसमें किसी बल के प्रभाव से दोलन - आयाम घटता जाता है । यह बल प्रायः घर्षण - बल होता है और वेग - दिशा के विपरीत कार्य करता है । यदि वेग कम है तो इस बल को संतुलित - स्थिति से हुए विस्थापन के प्रथम घात से आनुपिक माना जा सकता है और गति - समीकरण यह होगा ।
(Formula)
जहां R घर्षण - गुणांक है ।
damped wave
अवमंदित तरंग
वह तरंग जिसका आयाम माध्यम में ऊर्जा के अवशोषित होने के कारण बराबर घटता जाता है ।
damping
अवमंदन
दोलायमान लोलक के समान किसी आवर्त गति के आयाम के क्रमशः कमी होने की क्रिया को अवमंदन कहते हैं, इमसें घर्षण, वायु के प्रतिरोध आदि कारमों से गति ऊर्जा क्रमशः घटती जाता है। क्रमागत दो आयामों के अनुपात को अवमंदन - गुणक कहते हैं और इसी के द्वारा अवमंदन का माप किया जाता है ।
वैद्युत परिपथ में होने वाले वियुद्त् धारा के दोलनों में अवमंदन वैद्युत प्रतिरोध के कारण होता है ।
daniell`s hygrometer
आर्द्रतामापी डैनियल
इससे ओसांक मापा जाता है और उसके द्वारा आर्द्रता ज्ञात होती है । इसके कांच के दो बल्व कांच की एक ऐसी नलिका से जुड़े रहते हैं जिसमें से सारी वायु निकाल दी गई होती है । एक बल्व में कुछ द्रव ईथर (ehter) रखा होता है जिसके वाष्प से बाकी स्थान भरा होता है । दूसरे बल्व पर एक मलमल का टुकड़ा लपेटा होता ह जिस ईथर से भिगो दिया जाता है । इस ईथर के वाष्पीभवन से यह बल्ब ठण्डा हो जाता है और इसके अंदर स्थित वाष्प का कुछ अंश द्रवित हो जाता है । फलतः प्रथम बल्ब में वाष्पीभवन होने लगता है और धीरे - धीरे ठंडा होकर उसका ताप ओसांक तक पहुंच जाता है और इसके पृष्ठ पर ओस दिखाई देने लगती है । इस पताप को उस बल्व के द्रंव में डूबे हुए थर्मामीटर से नात लिया जाता है । वायु का ताप एक अन्य थर्मामीटर द्वारा नापा जाता है ।