पृथ्वी से लगभग 100 कि.मी. की औसत ऊंचाई पर आयन मण्डल मे आयनित वायु का एक स्तर । पृथ्वी से प्रसारित रेडियो तरंगों को परावर्तित करके वापिस पृथ्वी पर भेजने में इस स्तर का बहुत महत्व है ।
E- plane bend
E-तल मोड़
तरंग-पथक में एक मोड़ जो वैद्युत क्षेत्र के समतल में होता है ।
east - west effect
पूर्व-पश्चिम प्रभाव
पृथ्वी पर प्रेक्षित आवेशित अंतरिक्ष किरण - कमों की संख्या में पूर्व - पश्चिम असममिति । यह असममिति पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र एवं पृथ्वी के पश्चिम से पूर्व की ओर घूर्णन के संयोग से अंतरिक्ष किरणों के विक्षेपण के कारम होती हैं ।
ebonite (=vulcanite)
ऐबोनाइट (=वल्कोनाइट)
एक प्रकार का काला, वल्कनीकृत (vulcanised) अर्थात् गंधक से संयोजित कठोर रबड़ जिसे काटा या पॉलिस किया जा सकता है और जिसाक उपयोग विद्युत् उपकरणों में विद्युत - रोधी के रूप में होता है । इसे वल्केनाइट (vulcanite) भी कहते हैं ।
ebullition = boilling
क्वथन ( =उबाल)
किसी द्रव के उबलने की क्रिया, जिसमें किसी विशएष ताप पर वाष्प रूप में परिणत होकर, द्रव के बुलबुले निकलते हैं । इस ताप को क्वथनांक (boiling point) कहते हैं ।
eccentric angle
उत्केंद्र कोण
दीर्घवृत्त के किसी बिंदु की कोटि को बढ़ाए जाने पर सहायक वृत्त को जिस बिंदु पर काटे, उस बिंदु और दीर्घवृत्त के केन्द्र को मिलाने वाली रेखा दीर्घ अक्ष से कोण बनाए वह उक्त बिंदु का उत्केन्द्र - कोण कहलाता है । दीर्घवृत्त प्राचलिक समीकरण x=a cos a, y=a sin a में कोण a उपर्युक्त उत्केन्द्र - कोण होता है । अतिपरवलय के किसी बिंदु के संदर्भ में बिंदु के कोटि - पाद से सहायक वृत्त पर खींची गई स्पर्श रेशा के स्पर्श बिंदु से अतिपरवलय के केंद्र को मिलाने वाली रेखा द्वारा अनुप्रस्थ अक्ष के साथ बनाया गया कोण । प्राचलिक समीकरण x=a sec, y = b tan 0 में कोण 0 ।
eccentricity
उत्केन्द्रता
शाकब की नाभि से किसी बिंदु की दूरी और नियता से उसकी दूरी का अनुपात ।
echelon grating
ग्रेटिंग, एशेलान (=सोपानक ग्रेटिंग)
विवर्तन ग्रेटिंग (difftraction grating) का माइकेलसन (Michelson) द्वारा बनाया गया एक विशेष रूप । इसमें बराबर मोटाई की काँच की कई प्लेटों को इस प्रकार सटाकर रख दिया जाता है कि बराबर ऊँचाई तथा बराबर चौड़ाई की पैड़ियों वाली एक छोटी सोपान श्रेणी बन जाती है । इसके एक सिरे पर स्थित सबसे लम्बी प्लेट पर प्रकाश की समांतर किरमें लम्बवत् पड़ती है और पैड़ियों के कारम कई किरण पुंजों में विभक्त हो जाती है । क्रमागत पैड़ियों से वर्तित समांतर किरण पुंजों के कलांतर बहुत बड़े किंतु बराबर परिमाण के होते हैं । किसी उत्तल लेन्स द्वार विभिन्न तरंग दैर्ध्य विविभन्न दिशाओं में फ़ोकस होते हैं । इसकी विभेदन क्षमता (resolving power) इतनी अधिक होती है कि तरंग - दैर्ध्य का बहुत सूक्ष्म अंतर भी यथार्थता पूर्वक नापा जा सकता है ।
echo
प्रतिध्वनि
1. पर्याप्त तीव्रता वाली एक परावर्तित तरंग जो कि प्रत्यक्ष संचारित तरंग से काफी देर बाद प्राप्त हो । काल - विलंब के कारण प्रत्यक्ष और परावर्तित तरंगों को अलग - अलग संसूचित किया जा सकता है ।
2. रेडियो तंत्र में किसी इलेक्ट्रॉनिक स्थिति के कारण परिपथ के किसी एक अथवा अनेक बिंदुओं से वाक् सिग्नल जैसा कोई परावर्तित सिग्नल जो वापिस सिग्नल के उद्गम पर पहुँच जाता है ।
3. मूल ध्वनि अथवा सिग्नल की स्पन्द रूप मे विलंबित पुनरावृत्ति । कभी - कभी अनेक द्रुत पुनरावृत्तियां भी होती हैं ।
echo
प्रतिध्वनि
1. पर्याप्त तीव्रता वाली एक परावर्तित तरंग जो कि प्रत्यक्ष संचारित तरंग से काफी देर बाद प्राप्त हो । काल - विलंब के कारण प्रत्यक्ष और परावर्तित तरंगों को अलग - अलग संसूचित किया जा सकता है ।
2. रेडियो तंत्र में किसी इलेक्ट्रॉनिक स्थिति के कारण परिपथ के किसी एक अथवा अनेक बिंदुओं से वाक - सिग्नल जैसा कोई परावर्तित सिग्नल जो वापस सिग्नल के उद्गम पर पहुँच जाता है ।
3. मूल ध्वनि अथवा सिग्नल की स्पंदरूप में वलंबित पुनरावत्ति। कभी - कभी अनेक द्रुत पुनरावृत्तियाँ भी होती हैं ।