मानवकेंद्रवाद
वह मत कि मनुष्य ही सृष्टि का केन्द्र है अथवा सभी बातें मनुष्य-सापेक्ष है, जैसे प्राचीन यूनानी सोफिस्तों का मनुष्य को ही प्रमाण मानने वाला मत।
Anthropological Dualism
देहात्म-द्वैतवाद्
मनुष्य देह और आत्मा नामक दो पृथक् सत्ताओं का योग है अथवा ऐसा मानने वाला सिद्धांत।
Anthropomorphism
मानवत्वारोपणवाद
वह सिद्धांत जो मानवेतर सत्ताओं (प्रकृति और ईश्वर) पर मानवीय आकार, गुण और व्यवहार का आरोपण करता है।
Anthroposophy
मानवविद्या
ऑस्ट्रिया के दार्शनिक रूडोल्फ स्टाइनर (1861-1925) का रहस्यवादी सिद्धांत जो एनी बीसेंट के 'ब्रह्मविद्या '(थिओसोफी) के सिद्धांत से आंशिक असहमति के कारण विकसित हुआ।
Anti-Authority
प्रतिआप्त, सत्ता-विरोधी
वह व्यक्ति जो सदैव असत्य कथन करता है और जिसके बारे में यह विश्वास किया जा सकता है कि भविष्य में वह जो भी कथन करेगा वह असत्य ही होगा।
Anti-Bifurcationism
द्विविभाजन-विरोधिता
वस्तुओं को विरोधी वर्गों में विभाजित करने की प्रवृत्ति का विरोध।
Antilogism
प्रतिहेतु-न्यायवाक्य
तीन प्रतिज्ञप्तियों का एक ऐसा समुच्चय जिसमें किन्हीं दो को आधार मानकर निकलने वाला निष्कर्ष जो तीसरी का व्याघाती होता है।
Antilogy
वदतोव्याधात, स्वतोव्याधात
स्वतोव्याघाती, स्वयं को ही काटने वाला कथन।
Anti-Metaphysics
प्रतितत्त्वमीमांसा, तत्त्तमीमांसा-प्रतिषेध
परंपरागत तत्त्त्वमीमांसा का विरोध करने वाले आधुनिक तार्किक प्रत्यक्षवादियों की वह मान्यता कि तत्त्वमीमांसीय कथन सत्यापनीय न होने के कारण निरर्थक हैं।
Antinomianism
विधिमुक्तिवाद
विशेषतः ईसाई धर्म में, वह सिद्धांत कि आस्था या ईश्वर की कृपा से व्यक्ति हर प्रकार के कानून या नियम से मुक्त हो जाता है।