(नाट्य.) नृत्य या अभिनय का पर्याय जो प्राय: इनसे संबंधित समस्त पदों के पूर्वपद के रूप में प्रयुक्त होता है। जैसे: रंगकर्म, रंगमंच, रंगभूमि, रंगशाला आदि।
रंगकर्मी
पुं.
साहि.
(नाट्य.) नाट्यकर्म या रंगमंच से जुड़ा व्यक्ति।
रंगभूमि
स्त्री.
साहि.
(नाट्य.)।
amphitheatre
रंगभूमि
स्त्री.
खेल.
वृत्तीय या अर्धवृत्तीय शाला जिसमें नाटक, खेल-तमाशों आदि के दर्शकों के बैठने के लिए चारों ओर सोपानाकार व्यवस्था होती है और सामने या बीच में नाट्य-प्रदर्शन, करतब आदि करने के लिए रंगमंच बना होता है।
रंगभूमि
स्त्री.
पर्या.
रंगस्थल।
रंगभूमि
स्त्री.
सैवि.
युद्क्षेत्र के लिए प्रयुक्त एक पर्याय।
रंगभेद
पुं.
समा.,राज.
मनुष्य जाति की त्वचा (चमड़ी) के रंग (विशेषकर काले-गोरे रंग) के आधार पर किसी जाति, समाज या राज्य द्वारा अधिकारों आदि के बारे में बरता जाने वाला भेदभाव।
apartheid
रंगभेद नीति
स्त्री.
समा.,राज.
मनुष्य जाति की त्वचा (चमड़ी) के रंग (विशेषत: काले-गोरे रंग) के आधार पर किसी जाति, समाज या राज्य द्वारा अधिकारों आदि के बारे में बरते जाने वाले भेदभाव की नीति।
apartheid, colour bar
रंगीन चित्रकथा
स्त्री.
पत्र.
दो या अधिक रंगों में तैयार की गई चित्रकथा अथवा कौतुक-कथा की श्रृंखला जो बच्चों के लिए होती है।
coloured comics
रंजक क्रिया
स्त्री.
भाषा.
हिंदी की संयुक्त क्रिया रचना का वह घटक जो मुख्य क्रिया के अर्थ में विशिष्ट अर्थ (रंगकत्व) जोड़ देता है। जैसे: वह चला गया। लड़का उठ बैठा। आजकल वस्तुओं के भाव बढ़ते चले जा रहे हैं। यहाँ रंजक क्रियाओं का योग मुख्य क्रिया 'बढ़ना' की निरंतरता का सूचक है। उदा. कर लेना' का 'लेना' (कार्य का फल अपने लिए), 'कर देना' का 'देना' (कार्य का फल दूसरों के लिए)। हिंदी में 'देना, लेना, जाना आदि क्रियाएँ मुख्य क्रियाओं के अतिरिक्त रंजक क्रियाओं का काम भी करती हैं।'