भाषा वैविध्य के संदर्भ में समाज के विभिन्न वर्गों में व्यवहृत समस्त भाषिक रूपों का समूह।
verbal repertoire
भाषाई कोश
पुं.
पर्या.
भाषा-भंडार, भाषा-संपत्ति।
भाषाई क्षेत्र
पुं.
भाषा.
भाषिक समुदाय या देश जिसमें विभिन्न परिवार की भाषाओं में परस्पर आदान-प्रदान के कारण कई सामान्य लक्षण विकसित हो गए हों। भारत इसका अच्छा उदाहरण है।
linguistic area
भाषा की प्रकृति
स्त्री.
भाषा.
व्याकरणिक संरचना और अर्थ के धरातल पर सार्वभौम संकल्पनाओं को भाषा विशेष द्वारा अपनी-अपनी भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तत्वों से प्रभावित दृष्टिकोण के अनुरूप अपने विशिष्ट रूप में प्रकट करने का विधान।
genius of the language
भाषा क्षरण
पुं.
भाषा.
समाज-भाषाविज्ञान संबंधी संकल्पना जो भाषाओं के विलुप्त होने की जानकारी देती है।
language loss
भाषा क्षरण
पुं.
तु.
भाषा अनुरक्षण।
भाषा दोष
पुं.
भाषा.
दूसरी या विदेशी भाषा सीखने वालों में सीखी जाने वाली भाषा के व्यवहार में अपनी भाषा के प्रभाव या सीखने की अक्षमता के कारण दिखाई देने वाले दोष। उदा. तमिल भाषी द्वारा/भ/ का/ ब/ के रूप में उच्चारण।
language error
भाषा द्वैत
पुं.
भाषा.
किसी भाषिक समुदाय में परिपूरकता की स्थिति में व्यवहृत दो भाषा रूपों की समांतर स्थिति। जैसे: तमिल, तेलुगु, बांग्ला, सिंहली आदि भाषाओं में एक रूप बोलचाल का है जो प्राय: लेखन में व्यवहृत नहीं होता, जबकि लिखित भाषा का रूप प्राय: बोला नहीं जाता। टिप्पणी: समाज-भाषाविज्ञानी इन्हें क्रमश: 'निम्न' और 'उच्च' रूप कहते हैं। बांग्ला भाषा में ये दोनों रूप क्रमश: 'चलित' भाषा और 'साधु' भाषा कहलाते हैं। कुछ विद्वान हिंदी और हिंदुस्तानी को भी भाषाद्वैत का उदाहरण मानते हैं।
diglossia
भाषा नियोजन
पुं.
भाषा.
समाज-भाषाविज्ञान संबंधी संकल्पना जो किसी भी देश की आवश्यकताओं और भावी संभावनाओं को देखते हुए भाषा विकास की सुविचारित योजना बनाने पर बल देती है।
language planning
भाषा नीति
स्त्री.
भाषा.
पूरे देश के संदर्भ में भाषा विकास के लिए भाषा नियोजन करने के संदर्भ में बनाई गई नीति।