सात स्वरों में पाँचवाँ स्वर 'प' (पाश्चा; संगी. soh (sol)
पंचम वर्ण
पुं.
भाषा.
देवनागरी वर्णमाला व्यवस्था के स्पर्श व्यंजनों के पाँचों वर्गों में प्रत्येक वर्ग का पाँचवाँ नासिक्य व्यंजन (क्रमश: ङ्, ञ्, ण्, न् और म्)। टिप्पणी: मानक वर्तनी के अनुसार सवर्गीय व्यंजन-गुच्छों में इन्हीं नासिक्य व्यंजनों के स्थान पर विकल्पत: शिरोबिंदु (अनुस्वार चिह्न) के प्रयोग की सिफारिश की गई है। यथा: गंगा (गङ्गा), चंचल, (चञ्चल), दंड (दण्ड), चंद्रमा (चंद्रमा) और संभव (सम्भव)।
पंचमहाभूत
पुं.
दर्श.
पाँच स्थूल भूत - पृथिवी (पृथ्वी), जल, अग्नि, वायु, आकाश।
पंचांग
पुं.
गणि.
ऐसा प्रकाशन जिसमें या तो।(i) भारतीय पद्धति के अनुसार चांद्रमास वाली गणना के अनुसार प्रतिवर्ष विक्रमी संवत् संबंधी वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण (ये पाँच अंग = पंचांग) ब्योरेवार दिए रहते हैं या फिर (ii) ख्रिष्टीय केलेंडर के अनुसार जिसमें हर वर्ष के दिनों, सप्ताहों एवं महीनों का विवरण मिलता है।
calendar, almanac
पंचाग्निविद्या
स्त्री.
दर्श.
पाँच अग्नियों का ज्ञान; छांदोग्योपनिषद् के अनुसार सूर्य, पर्जन्य, पृथ्वी, पुरुष और स्त्री पाँच अग्नियाँ हैं। (छां. 5- 3-8)
पांचाट
स्त्री.
विधि
किसी मध्यस्थ अथवा अधिनिर्णायक द्वारा दिया गया निर्णय।
award
पांचाट
स्त्री.
पर्या.
अधिनिर्णय।
पंचायत समिति
स्त्री.
दे. पंचायती राज।
पंचायती राज
पुं.
प्रशा.
भारत में प्रचलित गाँव और ज़िला स्तर पर स्थानीय स्वशासन की त्रिस्तरीय (कहीं-कहीं द्विस्तरीय) व्यवस्था। टिप्पणी: पंचायती राज प्रणाली की स्थापना सरकार द्वारा गठित बलवंत राय मेहता समिति की सिफारिश पर की गई थी। यह व्यवस्था भारत में प्रचलित स्वशासन की प्राचीन परंपरा का ही विकसित रूप है। अब नई व्यवस्था में ग्रामस्तर पर ग्राम पंचायत, (प्र) खंड स्तर पर पंचायती राज पंचायत समिति तथा ज़िला स्तर पर ज़िला परिषद् होती है।