योगी दिन में एक बार, और भोगी दो बार शौच जाता है, इससे अधिक बार जाय तो उसे रोगी समझना चाहिए।
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=CONCAT(A128,B128)
योगी दिन में एक बार, और भोगी दो बार शौच जाता है, इससे अधिक बार जाय तो उसे रोगी समझना चाहिए।।
यदि किसी योग्य होते तो घर छोड़ क्यों जाते।
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=CONCAT(A132,B132)
यदि किसी योग्य होते तो घर छोड़ क्यों जाते।।
ये दक्षिण देश की एक जादूगरनी थीं, कुछ लोग इन्हें राजा भोज की पत्नी भी बतलाते हैं। इधर-उधर की वस्तु इकट्ठी करके कोई चीज तैयार करना।
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=CONCAT(A142,B142)
ये दक्षिण देश की एक जादूगरनी थीं, कुछ लोग इन्हें राजा भोज की पत्नी भी बतलाते हैं। इधर-उधर की वस्तु इकट्ठी करके कोई चीज तैयार करना।।
यकायक आ जाने वाला पानी का हलका झोंका, क्वाँर के महीने में पानी के झोंके उसी प्रकार सहसा रह रह कर आते हैं जिस प्रकार बड़े आदमी का निठल्ला लड़का गाँव की गलियों में कभी इधर से निकल जाता है, कभी उधर से।
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=CONCAT(A216,B216)
यकायक आ जाने वाला पानी का हलका झोंका, क्वाँर के महीने में पानी के झोंके उसी प्रकार सहसा रह रह कर आते हैं जिस प्रकार बड़े आदमी का निठल्ला लड़का गाँव की गलियों में कभी इधर से निकल जाता है, कभी उधर से।।
यहाँ सामान खोलने की जरूरत नहीं, किसी आदमी से पिंड छुड़ाने के लिए कहते हैं।
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=CONCAT(A466,B466)
यहाँ सामान खोलने की जरूरत नहीं, किसी आदमी से पिंड छुड़ाने के लिए कहते हैं।।
यह कहावत इसी रूप में प्रचलित है, परन्तु उसका शुद्ध रूप है।
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=CONCAT(A570,B570)
यह कहावत इसी रूप में प्रचलित है, परन्तु उसका शुद्ध रूप है।।
ये दोनों देखने में अच्छे लगते हैं।
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=CONCAT(A973,B973)
ये दोनों देखने में अच्छे लगते हैं।।
योगी दिन में एक बार, और भोगी दो बार शौच जाता है, इससे अधिक बार जाय तो उसे रोगी समझना चाहिए।