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Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Kahavaten

जो मोरे है सो राजा के नईयाँ
व्यर्थ गर्व करना।

जोर जोर मर जायेंगे माल जमाई खायेंगे
कंजूस के लिए प्रयुक्त।

जोरिया से ऐंठत
रस्सी से ऐंठते हैं, व्यर्थ अकड़ते हैं।

जौन नीम कौ कीरा, तौनई में मानत
जिस आदमी को जैसे वातावरण में रहने का अभ्यास पड़ जाता है वह उसी में सुखी रहता है।

झरबेरी कौ काँटा
दुष्ट प्रकृति का आदमी, झरबेरी का काँटा अत्यन्त तीक्ष्ण और टेढ़ा होता है।

झाम झंपट, घी संपट
डाँट-डपट कर किसी की वस्तु झपट लेना।

झूँठन के बादसा
बहुत झूठा।

झंडा गाड़बो
पूर्ण रूप से अधिकार करना, प्रभाव जमाना, अपनी बात ऊँची रखना।

झरे में कूरा फैलाबो
गड़बड़ पैदा करना।

झल्लन खेती हल्लन न्याव
अच्छी खेती के लिए थोड़ा-थोड़ा पानी और झगड़े के लिए शोरगुल चाहिए।


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