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Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Kahavaten

मुफ्त का माल हमको भी देना।

मूर्ख।

मरे हुए बछड़े की खाल का बना ढाँचा जो दूध देने वाली गाय का बछड़ा मर जाने पर उसे दुहने के लिए काम में लाया जाता है।

मेरी मौसी ने बड़ा लाड़-प्यार किया, तो छिनक-छिनक कर घर के दोनों कोनें भर दिये, झूठा प्रेम करने पर।

माला रखने की थैली, साधू को अपनी बगली ही प्यारी होती है।

मुफ्त का काम।

मानों कोई विलक्षण बात हुई।

मूर्ख को अच्छे बुरे का ज्ञान नहीं होता। उसे तो पेट भरने से काम।

मंडप बांधने सब आते हैं, छोरने कोई नहीं आता। बने काम में सब साथ देते हैं।

महुए का मेवा, बेर का कलेवा और गुलगुच की मिठाई खाना चाहते हो तो गोंडवाने में विवाह करो।


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