Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Kahavaten
प्रेम का परिणाम अच्छा नहीं होता
प्रेम का परिणाम अच्छा नहीं होता।
पेट को थोड़ा खाली रखने से आदमी सुख में रहता है।
पेट को थोड़ा खाली रखने से आदमी सुख में रहता है।।
परिश्रम बहुत, लाभ थोड़ा।।
पुरानी ही चाल पर चलने वाले।
पुरानी ही चाल पर चलने वाले।।
पुत्र के भाग्य से पुत्रवती जीवित रहती है, एक के भाग्य से दूसरे का भाग्य लगा रहता है।
पुत्र के भाग्य से पुत्रवती जीवित रहती है, एक के भाग्य से दूसरे का भाग्य लगा रहता है।।
पति, स्वामी, स्त्री जिस प्रकार अपने पति के वश में रहती हैं उसी प्रकार मनुष्य यदि किसी के वश में रहता है तो वह ऋण है।
पति, स्वामी, स्त्री जिस प्रकार अपने पति के वश में रहती हैं उसी प्रकार मनुष्य यदि किसी के वश में रहता है तो वह ऋण है।।
पत्नी की बहिन, सलहज साले की स्त्री, हँसी मजाक साली और सलहज नहीं तो सास से ही मजाक, अपने से बड़े से हँसी मसखरी करने पर।
पत्नी की बहिन, सलहज साले की स्त्री, हँसी मजाक साली और सलहज नहीं तो सास से ही मजाक, अपने से बड़े से हँसी मसखरी करने पर।।
प्रत्यक्ष के लिए प्रमाण की क्या आवश्यकता।
प्रत्यक्ष के लिए प्रमाण की क्या आवश्यकता।।
पदच्युत होते हुए व्यक्ति पर सबकी दृष्टि रहती है, सब उसकी संकटापन्न स्थिति से लाभ उठाना चाहते हैं।