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Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh : Bundeli Kahavaten

नौ मूँड़ के हो जाओ तोऊ तुमाई बात न माने
तुम कुछ भी करो, फिर भी तुम्हारी बात नहीं मानेंगे, हठी लड़कों के लिए कहते हैं।

नौ सौ चूहा खाकें बिलाई तप कों चली
धार्मिकता या संयमशीलता का ढोंग करने वाले के लिए।

नाइन, नाई की स्त्री, कोई नया अनोखा शौक करने पर।
=CONCAT(A29,B29)
नाइन, नाई की स्त्री, कोई नया अनोखा शौक करने पर।।

नाम तो अच्छा पर गुण उसके विपरीत।
=CONCAT(A61,B61)
नाम तो अच्छा पर गुण उसके विपरीत।।

न कोई बुरा काम करो और न उसका परिणाम भोगना पड़े।
=CONCAT(A110,B110)
न कोई बुरा काम करो और न उसका परिणाम भोगना पड़े।।

नया वस्त्र पहिनने के संबंध में व्यवस्था।
=CONCAT(A149,B149)
नया वस्त्र पहिनने के संबंध में व्यवस्था।।

नीम का वृक्ष, एक ग्रामीण देवता, जिनका निवास अथवा आम के वृक्ष पर माना जाता है। आम, नीम करूआ बसै, ऊमर बसत मसान।
=CONCAT(A166,B166)
नीम का वृक्ष, एक ग्रामीण देवता, जिनका निवास अथवा आम के वृक्ष पर माना जाता है। आम, नीम करूआ बसै, ऊमर बसत मसान।।

निर्लज्ज के लिए।
=CONCAT(A201,B201)
निर्लज्ज के लिए।।

नाल, रक्त की नालियों तथा एक प्रकार के मज्जातंतु से बनी रस्सी के आकार की वह डोरी जो एक ओर तो गर्भस्थ बच्चे की नाभि से और दूसरी ओर गर्भाशय की दीवार से मिली होती है।
=CONCAT(A214,B214)
नाल, रक्त की नालियों तथा एक प्रकार के मज्जातंतु से बनी रस्सी के आकार की वह डोरी जो एक ओर तो गर्भस्थ बच्चे की नाभि से और दूसरी ओर गर्भाशय की दीवार से मिली होती है।।

नित्य ठंडे पानी से नहाने और गरम खाना खाने से कभी बैद्य की आवश्यकता नहीं पड़ती।
=CONCAT(A374,B374)
नित्य ठंडे पानी से नहाने और गरम खाना खाने से कभी बैद्य की आवश्यकता नहीं पड़ती।।


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