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Definitional Dictionary of Archaeology (English-Hindi)
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sealstone
मुद्रा-पाषाण पत्थर पर उत्कीर्णित मुहर, जिससे किसी अन्य वस्तु पर छाप लगाई जाती है। इसका प्रयोग पात्रों में अलंकरण करने के लिए भी किया जाता था। सामान्यतया ये प्रागैतिहासकालीन संदर्भों में मिलते हैं।

seated image
आसीन मूर्ति वह मूर्ति, जो बैठी हुई मुद्रा में हो। प्राचीन भारतीय मूर्तियाँ पद्मासन, भूमिस्पर्श या अन्य प्रकार की बैठी हुई मुद्राओं में मिलती हैं।

secondary burial
द्वितीयक शवाधान (क) प्राथमिक शवाधान स्मारक के, उपांत में बनाया या जोड़ा गया दूसरा शवाधान। प्राथमिक शवाधान, वे शवाधान स्मारक हैं, जिनका निर्माण शव दफनाने के लिए प्रथमतः किया जाता था, यथा बैरो आदि। द्वितीयक शवाधान वे हैं, जो प्रायः प्राथमिक शवाधानों के बाद में जोड़ दिए जाते थे। (ख) इस शब्द का प्रयोग उस प्राचीन प्रथा के लिए भी किया जाता है, जिसके अंतर्गत मृतक की अस्थि का संचयन कर अस्थि-पात्रों में रखकर दफनाया जाता था। मृत्यु के उपरांत शव को कुछ समय के लिए खुला छोड़ दिया जाता था। जब मृत शरीर का मांस और चर्म आदि सड़-गल जाता था और केवल अस्थियाँ शेष रह जाती थीं, तब उन्हें अस्थि-पात्र में रखा जाता था। ताम्राश्म और महापाषाणयुगीन संस्कृति में, इस प्रकार के शवाधानों के अनेक उदाहरण मिले हैं।

secondary flaking (=secondary retouch)
द्वितीयक शल्कन प्राथमिक शल्कन से प्राप्त लगभग वांछित आकार-प्रकार के अपूर्ण क्रोड, शल्क या फलक उपकरण को पुनः काट-छाँट और तराश कर परिष्कृत करना। इस प्रक्रिया द्वारा पाषाणोपकरण की उभरी रेखाओं (ridges) को नियमित संधात द्वारा समतल किया जाता था। प्राचीन काल में, संभवतः इसके लिए बेलवाकार अथवा हल्के हथौड़े का प्रयोग किया जाता था। देखिए : 'retouching'.

section
काट पुरातात्विक अवशेषों के स्तरांकन के लिए खड़ी खुदाई में की गई काट।

section drawing
काट-आरेखण, काट-चित्रांकन पुरातात्विक उत्खनन में उपलब्ध काट के स्तरांकन का आरेख तैयार करना। उत्खनन और उसमें प्राप्त पुरावशेषों के सम्यक विवरण के लिए यह अत्यंत आवश्यक और उपयोगी होता है। इसका उपयोग विभिन्न खदानों या उत्खनित स्थलों के समन्वित अध्ययन के लिए भी किया जाता है।

sedimentary rock
अवसादी शैल, तलछटी शैल अवसाद के संचयन से निर्मित शैल जो विभिन्न प्रमापों के शैल-खंड, प्राणियों तथा पौधों के उत्पाद या अवशेष, रासायनिक क्रिया अथवा वाष्पन के उत्पाद या इन पदार्थों के मिश्रणों से युक्त होता है। अवसादी शैलों में प्रायः ऊर्मि-चिह्न (ripple mark), पंक-दरार और जीवाश्म मिलते हैं। अवसादी चट्टानें अनेक प्रकार की होती हैं।

sediments
तलछट, अवसाद निलंबन की अवस्था में, अपने उद्गत स्थल से दूर वायु, जल या हिम द्वारा परिवाहित होकर भू-पृष्ठ पर संचित ठोस पदार्थ (खनिज तथा जैविक)। पुरातात्विक स्थलों की कुछ तलछटें मानव अवशेषों जैसे भवनों के अवशेष तथा कूड़ा-करकट या घूरा-निक्षेप (kitchen midden deposits) पर ही निर्मित होती हैं तथा अन्य तलछटें संरचनाओं के अपरदन और विघटन से बनती हैं। इसके अलावा मृदा-निर्माण प्रक्रिया का भी तलछट निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान है। प्रागैतिहासिककालीन पर्यावरण अध्ययन के लिए पुरातात्विक स्थल से परे के अवसादों का अध्ययन आवश्यक है।

Selena (=Selene)
सेलेना प्राचीन यूनानी कथाओं में वर्णित चंद्रमा की देवी, जो टिटान हाइपेरियोन और थिया की पुत्री कही जाती थी। इसे अनिद्य सुंदरी के रूप में, अनेक स्थलों पर चित्रित किया गया है। प्राचीन यूनान में नव चंद्र और पूर्ण चंद्र के पर्वों पर इस देवी की उपासना की जाती थी।

Semite
शामी, सेमाइट अरब प्रायद्वीप के वे प्राचीन लोग, जिनमें मुख्यतः यहूदी, अरब, बेबीलोनी, असीरियाई, फोनिशियाई और दक्षिण-पश्चिमी एशियाई लोगों को परिगणित किया जाता है। फोनिशियाई लोगों ने, अपनी सामी भाषा को भूमध्यसागरीय क्षेत्र के एक बहुत बड़े विस्तृत भाग में प्रचलित और प्रसारित किया। शामी भाषाओं में, अरबी और हिब्रू आज भी प्रचलित हैं जबकि फोनोशियाई, मोआबी, बेबीलोनी, असीरी तथा कनानी (Cananite) भाषाएँ विलुप्त हो चुकी हैं।


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