परमाणु और नाभिकीय भौतिकी का एक मूल नियतांक । सर्वप्रथम बोर ने इसका परिकलन इलेक्ट्रॉन के नैज चुंबकीय आघूर्ण के ले काय था । अपनी कक्षा में गतिशईल 1 कोणीय संवेग वाले इलेक्ट्रॉन द्वारा जनित परिसंचारी धारा चुंबकीय आघूर्ण μ उत्पन्न करती है जिसे निम्न सूत्र से व्यक्त किया जाता हैः (Formula) जहाँ e इलेक्ट्रॉन का आवेश me= इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान क्वांटिक संबंध (Formula) को इस समीकरण में रखने पर जहाँ प्लांक नियतांक m = चुम्बकीय क्वांटम संख्या जब m का मान इकाई हो तो (Formula) इसे बोर मैग्नेटॉन कहते हैं जिसका मान 9. 274096 x 10-24 के बराबर होता है । बिल्कुल उतना ही आघूर्ण इलेक्ट्रॉन प्रचक्रण के कारण होता है यदि इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग (Formula) के बराबर हो जहाँ (Formula) तो नाभिकीय मैग्नेटॉन (Formula) जिसमें प्रोटॉन का द्रव्यमान है । नाभिकीय मैग्नेटॉन का मान 5.0503 x 10-27 Am2 है ।
magnetron
मैग्नेट्रॉन
उच्च निर्वात वाली एक तापयनी नलिका जो आवृत्ति स्पेक्ट्रम के सूक्ष्म तरंग - प्रदेश मे उच्चि शक्ति प्रदान करती है । इसमें एक तापक, कैथोड, बहुखंडी ऐनोड और एकदिशिक धारा - प्रवाह का नियंत्रम करने के लिए एक बाह्य चुंबक होता ह । धारा - प्रवाह प्रायः स्पंदों के रूप में होता है । मैग्नेट्रॉन का उपयोग सूक्ष्म तरंग - रेडियो अथवा रेडार - प्रेषित्रों में दोलित्र के रूप में किया जाता है ।
magnetron
मैग्नोट्रॉन
उच्च निर्वात वाली एक तापयनी नलिका जो आवृत्ति स्पेक्ट्रम के सूक्ष्म तरंग - प्रदेश मे उच्चि शक्ति प्रदान करती है । इसमें एक तापक, कैथोड, बहुखंडी ऐनोड और एकदिशिक धारा - प्रवाह का नियंत्रम करने के लिए एक बाह्य चुंबक होता ह । धारा - प्रवाह प्रायः स्पंदों के रूप में होता है । मैग्नेट्रॉन का उपयोग सूक्ष्म तरंग - रेडियो अथवा रेडार - प्रेषित्रों में दोलित्र के रूप में किया जाता है ।
magnification
आवर्धन
जब कोई प्रकाश तंत्र किसी बिम्ब का प्रतिबिंब बनाता है तब प्रतिबिंब की लंबाई, क्षेत्रफल आदि तथा बिम्ब की लंबाई, क्षेत्रफल आदि का अनुपात आवर्दन कहलाता है ।
magnifying power
आवर्धन क्षमता
किसी लेन्स, दूरबीन, सूक्ष्मदर्शक आदि में से दिखाई देने वाले प्रतिबिम्ब द्वारा तथा खाली आँख से देखने पर बिम्ब द्वारा आँख पर अंतरित कोणों का अनुपात ।
magnifying power (of microscope)
आवर्धन क्षमता (सूक्ष्मदर्शी की)
स्पष्ट दृष्टि की निकटतम दूरी (25 से.मी.) पर सूक्ष्मदर्शी में दिखाई देने वाला प्रतिबिंब तथा उतनी ही दूर से खाली आँख से देखने पर बिम्ब द्वारा आँख पर अंतरित कोणों का अनुपात ।
magnitude
1. परिमाण 2. कांतिमान
1. (क) परिमाणः राशियों के आकार, विस्तार अथवा माप आदि का मान । (ख) किसी राशि के साथ संबद्ध एक संख्या जिसके द्वारा उसी वर्ग की अन्यि राशियों के साथ उसकी तुलना की जा सके ।
2. कांतिमानः किसी खगोलीय पिंड के आपेक्षित चमकी - लेपन का माप । खगोलीय पिंड जितना अधिक चमकीला है उतना कम उसका कांतिमान होगा । यह माप लघुगुणकीय मापक्रम में विन्यास्त है । मापक्रम में प्रत्येक पूर्णांक अगले पूर्णांक से 2.512 गुना चमकीले तारे के कांतिमान को निरूपित करता है । सूर्य का कांतिमान - 26.72 है और लुब्धक का - 1.43 । मापक्रम में संख्या 6 तक के कांतिमान के तारों को दूरबीन की सहायता के बिना देखा जा सकता है ।
mains (electrical)
मुख्यतार
विद्युत् के संचरण तथा वितरण के लिए प्रयुक्त चालक या चालकों का समूह ।
major axis
दीर्घ अक्ष
दीर्घवृत्त के दो सममिति-अक्षों में वह अक्ष जिसकी दीर्घवृत्त के दो प्रतिच्छेद - बिंदुओं द्वारा अंतरित लंबाई दूसरे सममिति अक्ष की अपेक्षा अधिक हो ।
majority carrier
बहुसंख्या वाहक
अर्धचालक में एक प्रकार के विद्युत् वाहक जिनकी संख्या वाहकों की कुल संख्या के आधे से अधिक होती है । ये वाहक या तो होल हो सकते हैं या इलेक्ट्रॉन । n-प्रकार के पदार्थ मे इलेक्ट्रॉन बहुसंख्यक वाहक होते हैं और p-प्रकार के पदार्थ में होल ।