1. उत्तेजित परमाणु या अणु का एक ऐसा अपेक्षाकृत स्थायी ऊर्जा - स्तर जिसमें वह विकिरण के रूप मे ऊर्जा का त्याग नहीं कर सकता परन्तु किसी अन्य रूप में ऊर्जा का त्याग करके अन्त मे सामान्य अवस्था मे लौट जाता है ।
2. एक ऐसे उत्तेजित रेडियोऐक्टिव समस्थानिक का अपेक्षाकृत स्थायी ऊर्जा - स्तर जो गामा किरमों के उत्सर्जन से क्षय होता हुई निम्नतर ऊर्जा वाले अधिक स्थायी स्तर पर आ जाता है ।
meteor
उल्का
सूर्य का चक्कर लगाने वाला कोई छोटा पिंड । आकाश मे ये अरबों की संख्या में होते हैं । पृथ्वी के वायुमंडल में आने पर ही ये हमें दिखलाई पड़ते हैं, क्योंकि वायुमंडल की रगड़ की वजह से यह चमकने लगते हैं और तभी इन्हें देखना संभव होता है ।
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उल्का
सूर्य के चारों ओर दीर्घवृत्तीय कक्षाओं में घूमते हुए पाषाण अथवा धात्विक पिंड । उल्काओं के कुछ वर्ग प्रत्यक्ष रूप से असंबद्ध कक्षाओं में भ्रमण करते हैं । इन्हें कदाचनिक उल्का कहते हैं । अन्य उल्कायें जो प्रतिवर्ष उसी समय और उन्हीं कक्षाओं में दिखाई देती हैं अनेक उल्का धाराओं का निर्माण करती हैं । इन उल्काओं को वर्षण उल्कायें कहते हैं । जब कोई उल्का पार्थिव वायुमण्डल में प्रवेश करती है तो इससे आयतन उत्पन्न होता है जिसका संसूचन रेडार द्वारा किया जा सकता है । उल्का स्वयं भी तापदीप्त हो जाती है और एक पुच्छल तारे के रूप में दिखाई पड़ती है ।
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उल्का पिंड
एक ऐसी उल्का जो पार्थिव वायुमण्डल से गुजरती हुई पूर्ण रूप से भस्म नहीं हो जाती । इसके निम्नलिखित चार मुख्य भेद हैः
1. एरोलाइट, अश्म उल्का-जिसमें लगभग पूर्ण रूप से अश्म होता है ।
2. सिडेरोलाइट, लोहाश्म उल्का-जिसमें अश्म और धातु की उचित मात्रा होती है । ये धातु मुख्यतः लौह और निकल होती है ।
3. सिडेराइट लोह उल्का -जिसमें लगभग पूर्णतया लौह धातु होती है ।
4. टेक्साइट-जिसमें मुख्यतया सिलिकायम पदार्थ होता है । उल्कापिंड अधिकांश रूप से एरोलाइट वर्ग के हैं । उल्का पिंडों का आकार उल्का-धूल के कणों से लेकर 50000 kg से भी अधिक भार वाले विशाल पिंडों तक होता है ।
meteorology
मौसम विज्ञान
विज्ञान की एक शाखा जिसमें वायुमण्डल के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाता है । सीमित रूप में यह मौसम का विज्ञान है जिसमें विशेषतया मौसम के सबी पहलुओं से संबंधित भौतिक प्रक्रमों का अध्ययन किया जाता है । मौसम विज्ञान के क्षेत्र में आजकल रॉकेट, रेडार और कृत्रिम उपग्रहों का भी उपयोग होने लगा है ।
meteorology
मौसम विज्ञान
वायुमण्डल तथा उसमें होने वाली ऐसी घटनाओं का विज्ञान जिनका प्रभाव मौसम पर पड़ता है । विशेषतया इसमें वायुमण्डलीय ताप, दाब, नमी, पवन, बादल, वर्षा आदि का अध्ययन होता है ।
meter
मीटर
मीटरी पद्धति में रैखिक माप का आधारभूत मात्रक, जो पेरिस में रखे हुए एक प्लैटिनम के छड़ पर दो नियत निशानों के बीच की दूरी के बराबर होता है । यह 39.37 ईंच के बराबर होता है ।
meter (=metre)
मीटर
S.I. या M.K.S. पद्धित में लम्बाई का मात्रक । यह सेवरे (Sevres) (फ्रांस) मे रखे हुए प्लेटिनम इरीडियम के दंड पर खुदी दो रेखाओं के बीच की दूरी के बराबर होता है । यह दूरी पर नापी जाती है । यह दूरी ooC पर नापी जाती है । एक मीटर = 39.370147 इंच ।
meter bridge
ब्रिज, मीटर
एक प्रकार का व्हीटस्टोन सेतु (Wheatstone`s) जिसमें प्रतिरोधी पदार्थ के एक मीटर लम्बे तार को दो भागों मे विभक्त करके अनुपाती भुजाएँ प्राप्त की जाती हैं और इस विभाजन बिन्दु को खिसकाकर अनुपात का मान बदला जाता है । इसाक उपयोग प्रतिरोध नापने के लिए किया जाता है ।
metrology
मापिकी, मापविज्ञान
भौतिकी की एक शाखा जिसमें द्रव्यमान, दैर्ध्य और समय तथा उनसे व्युत्पन्न क्षएत्रफल, आयतन, घनत्व, कोण और वेग आदि जैसी राशियों का अध्ययन किय जाता है । इसमें ताप, बैरोमीटरी दाब और तापीय प्रसार आदि का भी अध्ययन सम्मिलित है ।