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Definitional Dictionary of Physics (English-Hindi)
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electrochemical potential
विद्युत् रासायनिक विभव
निम्नलिखित व्यंजक विद्युत् रासायनिक विभव कहलाता है । μi = μ + Zi Fɸ यह साधारण रासायनिक विभव और विद्युत् भाग Z1Fɸ के योग के बराबर होता है । इसमें Z1 आवेश संख्या ɸ विद्युत् स्थैतिक विभव और F फैराडे है । (फैराडे 0.9649 x 105 कूलॉम, जो 1 आवेश - संख्या वाली वस्तु के 1 ग्राम से संबंधित विद्युत् आवेश होता है )। विद्युत् रासायनिक विभव भिन्न वैद्युत विभवों पर और भिन्न संघटनों, वाली प्रावस्थाओं α और β के बीच तापगतिकीय सामरू निर्धारित करता है । जलीय विलयन में आयनों के लिए ɸ=0 होता है । तब विद्युत् रासायनिक विभव μi = μi होगा ।

electrochemical series
विद्युत् रासायनिक श्रेणी
अलग-अलग तत्वों का मानक इलेक्ट्रोड विभव अलग - अलग होता है यह लीथियम के लिए 3.04 वोल्ट से लेकर फ्लुओरीन के लिए - 2.65 वोल्ट तक बदलता रहता है । इस प्रकार तत्वों को घटते हुए मानक इलेक्ट्रोड विभव के अनुसार क्रमबद्ध किया जा सकता है । Li-->Li+ + 3.045 वोल्ट Sn--> Sn2++ 0-136 वोल्ट । K-->K++ 2.925 वोल्ट Cu-->Cu2+ + 0.337 वोल्ट। Zn-->Zn2++ 0.763 वोल्ट Cl-->1/2 Cl2 - 1.360 वोल्ट । Cd..>Cd2 ++ 0.403 Au..> Au3+ - 1.50 वोल्ट । Ni..>Ni2+ +0.250 वोल्ट F2..> 1/2F2 - 2-65 वोल्ट ।
ऊपर दिए हुए आंकड़े उपचयन-विभव के हैं किन्तु आई.यू.पी.ए.सी. (Internation Union of Pure and applifed Chemistry) के अनुसार अब इन्हें अपचयन विभव माना जाना चाहिए अर्थात् Liका मानक इलेक्ट्रोड विभव+3.045 के स्थान पर - 3.05 माना जाना चाहिए । ऊपर दी गई पूरी श्रेणी को विद्युत् रासायनिक श्रेणी कहते हैं । विद्युत् विभव किसी तत्व के विलयन में आयन बनाने की प्रवृत्ति का माप होता है । विभव जितना अधिक धनात्मक होता है यह प्रवृत्ति उतनी ही अधिक होती है । इसलिए इस श्रेणी में स्थित कोई धातु, विलयन में से अपने से नीचे स्थित अन्य धातु के आयनों को विस्थापित करती है । उदाहरणार्थ, कॉपर सल्फेट विलयन में जस्त का टुकड़ा रखने से तांबा, धातु के रूप में निक्षेपित होता है । उपर्युक्त श्रेणी को विद्युत् वाहक श्रेणी या विस्थापन - श्रेणी भी क हते हैं ।

electrochemistry
विद्युत् रसायन
रसायन की वह शाखा जो किसी विद्युत्-अपघट्य में विद्युत् धारा के गमन के फलस्वरूप उत्पन्न रासायनिक परिवर्तनों तथा रासायनिक अभइक्रिया में मुक्त - ऊर्जा से उत्पन्न विद्युत् धारा का अध्ययन करती । इस परिभाषा के अंतर्गत विद्युत् स्फुलिंग, अथवा विद्युत् चाप में होने वाली गैसीय अभिक्रियाएँ और वे प्रक्रम आते हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन या आयन उत्सर्जित होते ह , जैसे रेडियोऐक्टिव रूपांतरण और प्रकाश - विद्युत् - प्रभाव आदि । विद्युत् रसायन का क्षेत्र बहुत व्यापक है और इसका संबंध विद्युत् अपघटन और समान परिघटनाओं से है जो जलीय विलयन में या अन्य आयनकारी विलायकों में आयनों के व्यवहार से संबंधित हैं ।

electrode
इलेक्ट्रोड
कोई चालक जिसका प्रयोग परिपथ के अधात्विक भाग के साथ वैद्युत् संबंध स्थापित करने के लिए किया जात है जैसा कि विद्युत् - अपघटनी सेल, संचायक बैटरी, इलेक्ट्रॉन नली अथवा आर्क लैम्प आदि में होता है । धन इलेक्ट्रोड ऐनोड तथा ऋण इलेक्ट्रोड कैथोड कहलाता है । इलेक्ट्रोड सामान्टतः चालक धातु, कार्बन या ग्रैफाइट आदि के बने होते हैं परंतु अनुसंधान कार्य में विशेष प्रकार के इलेक्ट्रोड भी प्रयोग में लाए जाते हैं, जैसे हाइड्रोजन इलेक्ट्रोड केलोमेल तथा कांच इलेक्ट्रोड तथा वैश्लेषिक मापनों तथा यंत्रीकरण में प्रयुक्त थैलियम तथा बहुमूल्य धातु इलेक्ट्रोड । आर्क वेल्डन में भरक धातुओं का इलेक्ट्रोड के रूपम प्रयोग किया जात है । वैश्लेषिक रसायन में आयन सुग्राही इलेक्ट्रोड प्रयुक्त होते हैं ।

electrode
इलेक्ट्रोड
किसी गैस में या विद्युत्-अपघट्य विलयन में स्थित वे चालक जिनके द्वारा विद्युत्-धारा उनमें प्रवेश करती है (ऐनोड) या उनमें से निकलकर बाह्य परिपथ में चली जाती है (कैथोड)।

electrode dissipation
इलेक्ट्रोड क्षय
इलेक्ट्रॉनीय नलिका में इलेक्ट्रॉन और आयन अथा केवल आयन की बमबारी से किसी इलेक्ट्रोड द्वारा ऊष्मा के रूप में प्रकट होने वाला ऊर्जा - क्षय ।

electrode potential
इलेक्ट्रोड विभव
जब किसी आयनकारी तत्व का इलेक्ट्रोड ऐसे विलयन में रखा जाता है जिसमें उस तत्व का आयन उपस्थित हो, तो इलेक्ट्रोड एक निश्चित विद्युत् - विभव प्रदर्शित करता है जो उस तत्व का इलेक्ट्रोड विभव कहलाता है । यह विभव, इलेक्ट्रोड और विलयन दोनों पर निर्भर करता है । जब तक किसी इलेक्ट्रोड और विलयन के बीच विद्युत् - धारा प्रवाहित नहीं होती तब तक इलेक्ट्रोड पर ऊष्मागतिकीय संतुलन की अवस्था बनी रहती है जो उत्क्रमणीय रूप से काम करती है । इस अवस्था में इलेक्ट्रोड के विबव को उत्क्रमणीय इलेक्ट्रोड विभव कहते हैं जो विलयन में उन आयनों कीसांद्रता पर निर्भर करता है जौ इलेक्ट्रोड के पदार्थ के साथ साम्यावस्था में रहते हैं । H3O+ आयनों की इकाई सक्रियता पर उत्क्रमणीय - इलेक्ट्रोड विभव की तुलना में (जिसे शून्य माना जाता है ) किसी तत्व के विलयन में उसके आयनों की इकाई सांद्रता पर उत्क्रमणीय - इलेक्ट्रोड - विभव को तत्व का मानक इलेक्ट्रोड विभव कहते है ।

electroforming
वैद्युत् अभिरूपण
1. वैद्युत् निक्षेपण द्वारा किसी चालक खाँचे पर काफी मोटाई तक धातु निक्षेपण करके इष्ट धातु - पिंड बनाने का प्रक्रम । जटिल तरंग - पृथक की संरचना इस प्रक्रम का एक उदाहरण है । खाँचा प्रायः ग्रेफाइट लेपित मोम का बना होता है जो पिघलाने से दूर किया जा सकता है ।

electroforming
वैद्युत् अभिरूपण
2. बिंदु संपर्क डायोड अथवा प्रेषित्र में अर्धचालक पदार्थ में से वृहद् धारा - स्पंद गुजार कर p-n संधि का निर्माण ।

electrolysis
विद्युत् अपघटन
किसी रासायनिक यौगिक के विलयन में अथवा, उसकी द्रव अवस्था में दिष्ट विद्युत धारा के प्रवाह से अपघटन होने का प्रक्रम ।


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