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Definitional Dictionary of Physics (English-Hindi)
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द्वारक काउण्टर, द्वारक संसूचक
एक प्रकार का गाइगर-मूलर गणित्र जिसमें एक सिरे पर बहुत पतला अभ्र गवाक्ष होता है । इसका उपयोग बीटा किरणों के संसूचन के लिए किया जाता है ।

endo
ऐन्डो
विशेषकर बहुचक्रीय यौगिकों में संपूर्ण अणु के सापेक्ष परमाणुओं या समूहों का अभिविन्यास व्यक्त करने वाला एक उपसर्ग, जो यह दर्शाता है कि प्रतिस्थापी समूह अणु के अन्दर की ओर (उत्तल) स्थित है । त्रिविम रासायनतः संबद्ध समावयव में यह उपसर्ग ऐक्सो कहलाता है । इसका प्रयोग अन्यत्र भी होता है ।

endosmosis
अंतःपरासरण
एक प्रकार का परासरण जिसमें विलायक, तंत्र में अपोहित हो जाता है । यह क्रिया बहिःपरासरण (exosmosis) के विपरीत है । इन दो प्रक्रमों का उदाहरण जीवित कोशिकाओं में मिलात है । जब प्लाज्मा अतिपरासारी होता है तो विलायक, कोशइका से प्लाज्मा में प्रवेश करता है (बहिःपरासरण) और जब प्लाज्मा अल्प - परासारी होता ह तो विलायक, प्लाज्मा से कोशिका में प्रवेश करता है (अंतःपरासरण) प्रयुक्त विद्युत् क्षेत्र के प्रभाव में कोलाइड - कणों के सापेक्ष द्रव का गमन वैद्युत क्षेत्र के प्रभाव में कोलाइड - कणों के सापेक्ष द्रव का गमन वैद्युत अतः परासरण (electro- endosmosis) कहलाता है । तु. exosmosis.

energy
ऊर्जा
काम करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं । संभवतः ऊर्जा का रासायन में प्रत्यक्ष अनुप्रयोग, रासायनिक यौगिकों को बनाने और अपघटन करने में होता है । उदाहरमार्थ, विकिरण ऊर्जा द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से कार्बोहाइड्रेटों के संश्लेषण में निवेशित ऊर्जा, द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से कार्बोहाइड्रेटों के संश्लेषण में निवेशित ऊर्जा, अपघटन - ऊर्जा द्वारा संतुलित हो जाती है । मुक्त ऊर्जा ऊषअमागतिक फलन है । गैसें और द्रव स्पष्टतः गतिज ऊर्जा प्रदर्शित करते हैं जिनके अणुओं को ठोसों की अपेक्षा, गति करे की अधिक स्वतंत्रता रहती है । द्रव्यमान को ऊर्जा में इस प्रकार परिणत किया जाता है । ऊर्जा = 1/2 द्रवायमान x वेग2 इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन तथा अन्य तथाकथित मूल कण वास्तव में उत्तेजन की विभिन्न अवस्थाओं में सांद्रित ऊर्जा के पुंज हैं ।

energy band
ऊर्जा-बैंड
ठोस पदार्थों में विविक्त किंतु सन्निकट ऊर्जा-स्तरों के सैट जिसनी संख्या उन परमाणुओं की संख्या के बराबर हो है जो पदार्थ के परमाणुओं की प्रत्येक क्वांटम - अवस्था से उस समय उत्पन्न होते हैं जबकि परमाणु अनपभ्रष्ट गैसीय अवस्था से टोस अवस्था में संघनित होते हैं । इसे ब्लॉख - बैंड भी कहते हैं । अर्धचालक में उच्चतम ऊर्जा- स्तर- चालन - बैंड होता है । इस बैंड में तापीय उत्तेजन तथा क्रिस्टल अपद्रव्यों के कारण आनेव वाले इलेक्ट्रॉन होते हैं । उससे नीचे वाला बैंड संयोजकता बैंड होता है और आम तौर प र इलेक्ट्रॉनों से पूरित रहता है । इन दोनों बैंडों के बीच वर्जित बैंड होता है जो अर्धचालक को अपेक्षारोधी पदार्थों में चौड़ा होता है और चालक पदार्थ में लुप्त हो जाता है ।

energy band
ऊर्जा-बैंड
ठोस पदार्थों में विविक्त किन्तु सन्निकट ऊर्जा स्तरों के सैट जिनकी संख्या उन परमाणुओं की संख्या के बराबर होती है जो पदार्थ के परमाणुओं की प्रत्येक क्वान्टम अवस्था से उस समय उत्पन्न होते हैं जबकि परमाणु अनपभ्रषअट गैसीय अवस्थआ से ठोस अवस्था में संघनित होते हैं । इसे ब्लाख बैंड भी कहते हैं । अर्ध चालक में उच्चतम ऊर्जा स्तर चालन बैंड होता ह जो आमतौर पर इलेक्ट्रॉनों से पूरित रहता है । इन दोनों बैंडों के बीच में वर्जित बैंड होता है जो अर्धचालक की अपेक्षा रोधी पदार्थ में चौड़ा होता है और चालक पदार्थ में लुप्त हो जाता है ।

energy gap
ऊर्जा अंतराल
किन्हीं भी दो पड़ौसी बैंड़ों के बीच का अंतराल । साधारणतया इस शब्द का प्रयोग अर्धचालक या विद्युतरोधी में चालन बैंड के तल और संयोजकता बैंड के शीर्ष के बीच का अंतराल दर्शाने के लिए किया जाता है ।

energy level
ऊर्जा स्तर
क्वांटम सिद्धांत द्वारा प्रितपादित विविक्त ऊर्जा स्तरों का एक सैट जिसमें कोई अणु, परमाणु, नाभिक आदि रह सकता है । जब इनमें से कोई तंत्र या एक अन्य ऊच्‍च स्तर से निम्न ऊर्जा स्तर में आता है तब विद्युत् चुम्बकीय तरंगों का विकिरण होता है । इसी प्रकार ऊर्जा के अवशोषण से यह तंत्र निम्न ऊर्जा स्त्र से अन्य उच्च ऊर्जा स्तर में पहुँच जाता है ।

energy level
ऊर्जा-स्तर
किसी भौतिक-तंत्र के ऊर्जा की स्थायी अवस्था । किसी अणु द्वारा प्रकाश - अवशोषण या अन्य स्रोतों से ऊर्जा ग्हरण करने पर कोई इलेक्ट्रॉन निचली कक्षा से ऊंची कक्षा मे चला जाता है, जिससे अणु की कुल घूर्णन - ऊर्जा बढ़ जाती है । अनेक स्थायी या अर्धस्थायी अवस्थाओं का पाया जाना क्वांटम यांत्रिक - तंत्र का आवश्यक लक्षण है जिनमें तंत्र की ऊर्जा कुछ नियत समय तकत स्थिर रहती ह । आरेख द्वारा ऊर्जा स्तर (energy level) क्षैतिज समातर रेखाओं द्वारा दर्शाये जाते हैं जिनके बीच की दूरी विभिन्न स्तरों में ऊर्जा - अंतर के समानुपाती होती है । किसी अणु के विभिन्न इलेक्ट्रॉनों, कंपनी, घूर्णी ऊर्जा - स्त्र उस अणु के स्पेक्ट्रमों द्वारा निर्धारित किए जाते हैं ।

enlargement
आवर्धन (फ़ोटोग्राफी)
छोटे निगेटिव (negative) से बड़ा फोटोचित्र बनाने की क्रिया ।


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