आल्फेनाइड धातु
एक ताम्र मिश्रातु जिसमें 60% तांबा, 30% Zn, 10% Ni और 1% तक Fe होता है। यह तनु अम्लों के प्रति संक्षारणरोधी होता है। इसका उपयोग रसायन संयंत्रों में और सजावट सामग्री बनाने में होता है।
Al-Fib process
ऐल्फिन प्रक्रम
ढलवाँ लोहे और इस्पात की वस्तुओं पर ऐलुमिनियम का लेप करने का प्रक्रम। विग्रीजन अम्ल-मार्जन, प्रक्षालन और सुखाने के बाद उस वस्तु को द्रवित गालक में डुबाया जाता है और फिर तुरंत पिघले ऐलुमिनियम कुंड में ले जाया जाता है। वस्तु को हिलाकर अतिरिक्त ऐलुमिनियम को पृथक कर दिया जाता है और उस वस्तु का तेल या पानी में शमन किया जाता है।
Alfenol
एल्फेनॉल
एक फेरस मिश्रातु जिसमें 16% ऐलुमिनियम और शेष लोहा होता है। इसकी चुंबकशीलता बहुत अधिक और शैथिल्य हानि बहुत कम होती है। इसका उपयोग विद्युत चुंबकों में होता है।
Alger metal
ऐल्गर धातु
एक वंग मिश्रातु जिसमें 10% ऐन्टिमनी और 0-0.3% तांबा होता है। इसका उपयोग सजावटी कार्य में जटिल संचकन के लिए किया जाता है। इसे ऐल्गियर धातु भी कहते हैं।
Alligator effect
नक्र प्रभाव
देखिए-- Orange peel of effect
Alligatoring
नक्रण
शलाकाओं और सिल्लियों के सिरों का अनुदैर्ध्य दिशा में, बेलने की दिशा के समानांतर तल में विपाटित होना।
Alligator skin
नक्र त्वचा
देखिए-- Orange peel effect
Allotropy
अपरूपता
किसी तत्व का दो या अधिक रूपों में पाया जाना जो भौतिक और रासायनिक गुणधर्मों में एक-दूसरे से पर्याप्त भिन्न होते हैं। भिन्न रूपों में अंतर का कारण (1) क्रिस्टल-संरचना या (2) गैस के अणुओं में परमाणुओं की संख्या या (3) द्रव की अणु-संरचना होती है। कार्बन, भिन्न क्रिस्टल-संरचना का उदाहरण है जिसके हीरा, कार्बन कज्जल और ग्रेफाइट क्रिस्टल रूप हैं। द्विपरमाणुक ऑक्सीजन और ओजोन दूसरे वर्ग के तथा द्रव गंधक और हिलियम तीसरे वर्ग के उदाहरण हैं। यूरोनियम के तीन, मैंगनीज के चार और प्लूटोनियम के कम से कम छः क्रिस्टल रूप होते हैं। इनके अतिरिक्त अनेक अन्य तत्वों के भी अपरूप होते हैं।
Alloy
मिश्रातु
धात्विक गुणधर्मों वाला कोई पदार्थ। यह दो या अधिक तत्वों का बना होता हैं जिसमें कम से कम एक धातु होता है। धातु में अन्य तत्वों को मिलाने का उद्देश्य मिश्रातु में कठोरता, मजबूती, चर्मलता आदि विशेष गुणधर्म उत्पन्न करना है। पीतल कांसा, इस्पात आदि इसके मुख्य उदाहरण हैं।
यूटेक्टिक मिश्रातु (Eutectic alloy)-- ऐसा मिश्रातु जिसका संघटन साम्य-आरेख पर यूटेक्टिक बिंदु द्वारा व्यक्त किया जाता है तथा जो यूटेक्टिक अभिक्रिया करता है जैसे AL-Si, Sl-Sn; Cu-Al
यूटेक्टॉयड मिश्रातु (Eutectoid alloy)-- ऐसा मिश्रातु जिसका संघटन साम्य आरेख पर यूटेक्टॉयड बिंदु द्वारा व्यक्त किया जाता है तथा जो युटेक्टॉयड अभिक्रिया करता है, जैसे Fe--0.8% C.
पेरिटेक्टिक मिश्रातु (Peritectic alloy)- ऐसा मिश्रातु जिसका संघटन साम्य-आरेख पर पेरिटेक्टिक बिंदु द्वारा व्यक्त किया जाता है तथा जो पेरिटेक्टिक अभिक्रिया करता है, जैसे Pb-Bi; Cu-Sn; Sb-Sn; Ag-Zn.
पेरिटेक्टॉयड मिश्रातु (Peritectoid alloy)- ऐसा मिश्रातु जिसका संघटन साम्य आरेख पर पेरिटेक्टॉयड बिंदु द्वारा व्यक्त किया जाता है तथा जो पेरिटेक्टॉयड अभिक्रिया करता है।
ठोस विलयन (Solid solution)- एकल ठोस समांग क्रिस्टलीय प्रावस्था जिसमें दो या अधिक रासायनिक तत्व होते हैं जिनका संघटन बदलता रहता है जैसे Cu-Ni, Au-Ag, Fe-C (ऑस्टेनाइट)। यदि घटकों की परमाणु त्रिज्याओं में 12% से अधिक अंतर हो तो प्रतिस्थापनीय ठोस विलयन (Substitutional solid solution) बन सकते हैं। यदि आमाप में बहुत अंतर हो तो अंतराली विलेय (Interstitial solute) बन सकते हैं।