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Definitional Dictionary of Metallurgy (English-Hindi)
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Anisotropy
विषमदैशिकता वह गुणधर्म जिसके कारण किसी पदार्थ के अभिलक्षणों के विभन्न क्रिस्टलीय दिशाओं में भिन्न भिन्न मान होते हैं।

Annealing
अनीलन ठोस पदार्थों, विशेषतः काँच और धातुओं के लिए प्रयुक्त एक ऊष्मा-उपचार प्रक्रम। इसमें धातु को कुछ समय तक अनीलन-ताप पर बनाए रखने के बाद धीरे-धीरे ठंडा किया जाता है। अनीलन ताप और शीतलन-दर प्रयुक्त पदार्थ विशेष पर और उस प्रयोजन पर निर्भर करता है जिसके लिए उसका प्रयोग किया जाना है। प्रयोजन निम्न हो सकते हैं-- (1) पदार्थ में मृदुता उत्पन्न करना (2) संचकन अथवा पूर्व ऊष्मा-उपचार से उत्पन्न आंतरिक प्रतिबलों को दूर करना (3) क्रिस्टल-संरचना का परिष्करण (4) तन्यता, चर्मलता, विद्युत या चुंबकीय आदि भौतिक गुणधर्मों में सुधार करना (5) धुली गैसों को पृथक करना (6) निश्चित सूक्ष्म संरचना उत्पन्न करना। कृष्ण अनीलन (Black annealing)-- (1) चादरों या धातु की अन्य वस्तुओं के अनीलन की विधि जिसके परिणामस्वरूप विवर्णन के साथ साथ पपड़ी निकल आती है। ऐसी वस्तुओं का उपयोग केवल तब होता है जब विवर्णन और पपड़ी का निकलना हानिकारक न हो। (2) लोह मूलक मिश्रातु की चादरों के पेटी अनीलन की विधि जो तप्त बेल्लन, कर्तन और अम्लोपचार के बाद की जाती है। यदि इस क्रिया को ठीक ढंग से किया जाए तो वस्तु काली नहीं पड़ती है। पेटी अनीलन (Box annealing)-- (1) अनीलन की एक विधि जिसे धातु के बंद पात्र में, पैकिंग पदार्थ के साथ या उसके बिना, संपन्न किया जाता है ताकि उत्पाद का ऑक्सीजन न हो। इसमें घान को रूपांतरण ताप-परास के अंदर या कभी कभी कुछ अधिक ताप तक गरम करने के बाद ठंडा किया जाता है। (2) तप्त फोर्जनों को फोर्जन प्रक्रिया के बाद सीधे बंद पात्र में रखकर धीरे-धीरे ठंडा करना जिससे फोर्जन विकृतियाँ कम हों। इसे संवृत अनीलन और पात्र अनीलन भी कहते है। दीप्त अनीलन (Bright annealing)-- अनीलन की एक क्रिया जिसे भ्राष्ट्र के नियंत्रित वायुमंडल में संपन्न किया जाता है ताकि उत्पाद के पृष्ठ का कम से कम ऑक्सीकरण हो। इससे पृष्ठ अपेक्षाकृत चमकीला रहता है। इसे श्वेत अनीलन भी कहते हैं। ज्वाला अनीलन (Flame annealing)-- अनीलन प्रक्रम जिसमें लोह मूलक मिश्रातु का पृष्ठ, सुनियंत्रित उच्च ताप टार्च की ज्वाला से प्राप्त ऊष्मा द्वारा मृदु किया जाता है।
पूर्ण अनीलन (Full annealing)-- एक मृदुकरण प्रक्रम जिसमें किसी लोह मूलक मिश्रातु को रूपांतरण ताप-परास से अधिक ताप तक गरम किया जाता है। इस ताप पर निश्चित समय तक रखने के बाद उसे धीरे-धीरे रूपांतरण ताप परास से कम ताप तक पूर्व निर्धारित दर से ठंडा किया जाता है। वस्तुओं को धीरे-धीरे स्वयं भट्टी में अथवा ऐसे माध्यम में ठंडा किया जाता है जिसमें वे मंद गति से ठंडी हो सकें। ठंडा होने की दर जितनी कम होगी मिश्रातु की कठोरता भी उतनी ही कम होगी। माध्यमिक अनीलन (Intermediate annealing)-- अंतिम परिष्कृति से पहले अनेक अतप्त-अभिरूपण (Cold forming) और परिष्करण क्रियाओं के बीच अर्ध-तैयार, अतप्त-पिटवाँ-धातु के उत्पादों का अनीलन करना। यह अतप्त-कर्मण के प्रभावों को समाप्त करने और फलस्वरूप अनुवर्ती परिष्करण क्रिया को संपन्न करने के लिए किया जाता है। समतापि अनीलन (Isothermal annealing)-- किसी फरेस मिश्रातु का ऑस्टेनाइटन करने के बाद उसे किसी ऐसे ताप तक ठंडा कर उस ताप पर बनाए रखना जिस पर ऑस्टेनाइट अपेक्षाकृत मृदु फोराइट-कार्बाइड (पर्लाइट) समुच्च्य में परिवर्तित हो जाता है। प्रक्रम अनीलन (Process annealing)-- एक प्रक्रम जिसमें प्रायः चादर या तार रूप में विद्यमान लोह मूलक मिश्रातु को रूपांतरण ताप परास की निचली सीमा से कुछ कम ताप तक गरम करने के बाद ठंडा किया जाता है। इस प्रक्रम का उपयोग अतप्त कर्मण में मृदुकरण करने के लिए होता है।
मोचन अनीलन (Relief annealing)-- एक अल्प ताप अनीलन प्रक्रम जो धातु की बनी वस्तुओं से आंतरिक विकृतियों को दूर करने के लिए उपयुक्त होता है। ये विकृतियाँ ठंडा करने, यांत्रिक कर्मण अथवा अन्य क्रियाओं से उत्पन्न होती हैं। इसमें धातु को क्रांतिक ताप परास की निचली सीमा तक गरम करने के बाद धीरे-धीरे ठंडा किया जाता है। यदि बड़े कण विद्यमान हों और धातु में अधिक मृदुता अपेक्षित हो तो वस्तु को निचले क्रांतिक बिंदु से अधिक ताप तक गरम करना चाहिए जो कण-संरचना के परिष्करण के लिए पर्याप्त हो। स्व-अनीलन (Self annealing)-- जब बड़े संचकों का मंद शीतलन किया जाता है या जब अनेक गर्म वस्तुओं को ढेर रूप में इकट्ठा किया जाता है तो उनके यांत्रिक गुणधर्मों में ह्रास हो जाता है। इन प्रक्रम को स्व-अनीलन कहते हैं। गोलाभन अनीलन (Spheroidize annealing)-- इस्पात में गोलभीय कार्बाइड उत्पन्न करने के लिए उसका तापन तथा तत्पश्चात शीतल करना। देखिए-- Spheroidizing भी। प्रतिबल मोचन अनीलन (Stress relief annealing)-- एक अनीलन प्रक्रम जिसमें धातुओं को उचित ताप तक गर्म कर पर्याप्त समय तक उसी ताप पर रखा जाता है ताकि उनके अवशिष्ट प्रतिबलों में कमी हो जाए। तत्पाश्चात उन्हें धीरे धीरे ठंडा किया जाता है जिससे नए अवशिष्ट प्रतिबल कम से कम उत्पन्न हों।

Anode corrosion efficiency
एनोड संक्षारण दक्षता किसी ऐनोड के वास्तविक संक्षारण और सैद्धांतिक संक्षारण का अनुपात। सैद्धांतिक संक्षारण का परिकल्प वैद्युत रासायनिक अभिक्रिया में प्रयुक्त विद्युत मात्रा से किया जाता है।

Anode effect
ऐनोड प्रभाव संगलित लवणों के विद्युत अपघटन में एनोड के ध्रुवीकरण से उत्पन्न प्रभाव। इसमें एनोड के गैस फिल्म द्वारा विद्युत अपघट्य से पृथक हो जाने के कारण वोल्टता में एकाएक वृद्धि हो जाती है और तदनुसार ऐम्पियरों में कमी हो जाती है।

Anode effieciency
ऐनोड दक्षता ऐनोड के धुलने की वास्तविक दर और फैराडे नियम द्वारा प्रयुक्त सैद्धांतिक दर का अनुपात। इसे प्रायः प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है।

Anode mud
ऐनोड पंक देखिए-- Anode slime

Anode slime
ऐनोड अवपंक विद्युत-अपघटनी परिष्करण प्रक्रमों में ऐनोड पर बचा हुआ या गिरकर जमा होने वाला अविलेय अवशिष्ट। यह सूक्ष्म चूर्णित अविलेय धातुओं तथा विलेय ऐनोड के पृष्ठ पर बनने वाले धातु यौगिकों का मिश्रण होता है। इसे ऐनोड पंक भी कहते हैं।

Anodic oxidation
ऐनोडी ऑक्सीकरण विद्युत-अपघटनी सेल के ऐनोडों पर मुक्त नवजात ऑक्सीजन द्वारा होने वाले ऑक्सीकरण। किसी धातु अथवा हल्के मिश्रातुओं के पृष्ठ पर ऑक्साइड की कठोर संक्षारणरोधी पर्त बनाने का प्रक्रम। विद्युत अघटनी सेल में क्रोमिक अथवा सल्फ्यूरिक अम्ल होता है जिसमें धातु को ऐनोड बनाया जाता है। क्रोमिक अम्ल धूंसर अपारदर्शी लेप उत्पन्न करता और सल्फ्यूरिक अम्ल उसे स्वच्छ और पारभासी बना देता है।

Anodic protection
ऐनोडी रक्षण किसी धातु के विभव को पर्याप्त धनविद्युती बना कर उसकी संक्षारण-दर को कम करना ताकि वह निष्क्रिय हो जाए। सामान्यतः इसके लिए नियंत्रित विद्युत वाहक बल प्रयुक्त किया जाता है।

Anodic treatment
ऐनोडी उपचार एक प्रक्रिया जिसमें वस्तु को, किसी उपर्युक्त विद्युत अपघट्य की उपस्थिति में, ऐनोड और एक अक्रिय धातु को कैथोड बनाया जाता है और विभव प्रयुक्त किया जाता है। इस प्रक्रिया का प्रभाव प्रयुक्त वस्तु पर निर्भर करता है। ऐलुमिनियम और उसके मिश्रातुओं के संदर्भ में ऐनोडी प्रक्रिया और ऐनोडीकरण समानार्थक है परंतु जंगरोधी इस्पात के संदर्भ में इस प्रक्रिया का उद्देश्य पृष्ठ को साफ करना अथवा चमकाना होता है। देखिए-- Anodic oxidation भी


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