एक जन्मजात विकृति जिसमें अनुमस्तिष्क (cerebllum) महारन्ध्र (foramen magnum) से बहिः सरण (herniation) करता है अर्थात् महारंध्र से बाहर निकलता है। चतुर्थ निलय के स्पीडन (compression) के कारण शीर्षसौषुम्भिक जल (c.s.f.) के मुक्त प्रवाह में रुकावट उत्पन्न होती है। परिणाम-स्वरूप जलशीर्ष (hydrocephalus) हो जाता है।
Arrhenoblastoma
पुंसकारी अर्बुद
डिम्बग्रन्थि (ovary) का दुर्दम अर्बुद जो पुरुष हॉर्मोन को उत्पन्न करता है, जिससे पुरुष द्वितीयक लैंगिक लक्षण (masculine secondary sexual characteristics) उभरते हैं।
Arterectomy
धमनीच्छेदन
किसी धमनी का उच्छेदन (Excision or resection) करना। यह प्रक्रिया मुख्यतः उसी परिस्थिति में की जाती है जब कटी-फटी धमनी की वजह से रक्त स्राव को रोकना संभव न हो।
Arterial Bleeding
धमनीगत रक्तस्राव
धमनी से रक्त का बाहर प्रवाहित होना। धमनियों से रक्तस्राव की प्रमुख वजह धमनियों में लगी चोट हैं। धमनियों में रक्त दबाव सहित संचरित होता है अतः शिराओं की तुलना में धमनियों से ज्यादा रक्त स्रावित होता है। साधारणतः वाहिकाओं में आघात होते ही इनकी दीवारों में संकुचन होने लगता है जिससे स्राव प्रवाह कम हो जाता है किंतु कभी-कभी वाहिकायें ऐसे ऊतकों से होकर गुजरती हैं जो इनके संकुचन (Vasconstriction) को रोक देते हैं जिससे स्राव की अधिकता हो जाती है। उदा. सिर के बाल युक्त हिस्से में लगी चोट से ज्यादा रक्तस्राव की वजह शिरः कपाल (Scap) के एक परत द्वारा संकुचन को रोकना है। धमनी रक्तप्रवाह को बाहरी दबाव डालकर रोका जा सकता है किंतु शरीर की गुहाओं के अंदर हो रहे धमनी रक्तस्राव के लिए आकस्मिक शल्य कर्म की आवश्यकता प़ सकती है।
Arteriography
धमनीचित्रण
किसी रेडियो अपारदर्शी (opaque) पदार्थ का इंजेक्शन देकर एक्सरे द्वारा धमनी वीक्षण (visualization) करना। इस विधि का मुख्य उपयोग संदेहास्पद धमनी रोगों में अवरोध के स्थान व गंभीरता (Location & degree of blockage) पता करने के लिये होता है। इस जानकारी के आधार पर ही रोग के उपचार के सबसे बढ़िया तरीकों को सुनिश्चित किया जाता है। यदि शल्य कर्म की आवश्यकता हो तो शल्य कर्म के प्रकार व गंभीरता (Nature & extent of the surgery) का निश्चयन किया जाता है। उदा. औषधियों से ठीक न होने वाले हृदशूलों (Angina) व बारबार होने वाले हृदयाघातों (Non-fatal heart attacks & myocardial infarction) के लिये कोरोनरी धमनीवीक्षण (coronary arteriography) करवाने पर किसी धमनी में यदि एक या दो जगह अवरोध होते है तो गुब्बारे सदृश यंत्र (balloon angioplasty) की मदद से अवरोध हटाया जाता है किंतु अवरोध अधिक होते हैं तो बाइपास शल्य कर्म (By-pass surgry) की आवश्यकता पड़ती है। शरीर के अन्य भागों के लिये किये जाने धमनीवीक्षण के उदा. मस्तिकीय धमनियों (Cerebral-arteriography) महाधमनी (Aortography), वृक्कीय-धमनियों के लिये (Renal arteriography), पैर के धमनियों के लिये (Femoral-arteriography or iliac-arteriography) आदि।
Arteriole
धनिका
मध्यम मोटाई की धमनियों व केशिकाओं के बीच में उपस्थित सबसे कम मोटाई की धमनियां। शरीर के रक्त दाब को सबसे ज्यादा ऐसी धमनियां ही प्रभावित करती हैं क्योंकि इनके किनारों पर विशेष कुंचनशील भाग (Arteriolar sphincter) लगे होते हैं।